Shukra Grah Upay : चेहरे पर ग्लो और जेब में नोट चाहिए? शुक्र अष्टोत्तर शतनामावली का पाठ शुरू करें

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News India Live, Digital Desk: क्या आपके साथ कभी ऐसा होता है कि पैसा आता तो है, लेकिन महीने के आखिर तक पर्स खाली हो जाता है? या फिर आप लाइफ में वो लग्जरी और ऐश-ओ-आराम नहीं ले पा रहे हैं जिसके आप हकदार हैं? अगर ऐसा है, तो हो सकता है कि आपकी कुंडली में 'शुक्र देव' (Venus) थोड़े नाराज हों या कमजोर हों।

घबराने की बात नहीं है। हमारे शास्त्रों में हर समस्या का समाधान बहुत ही सरल तरीके से बताया गया है। आज हम बात करेंगे शुक्र देव को मनाने के सबसे अचूक तरीके यानी "शुक्र अष्टोत्तर शतनामावली" (Shukra Ashtottara Shatanamavali) के बारे में। सुनने में नाम थोड़ा भारी लग सकता है, लेकिन इसका सीधा मतलब है- शुक्र देव के 108 खास नाम।

चलिए, बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं कि ये क्या है और ये आपकी लाइफ कैसे बदल सकता है।

आखिर शुक्र देव क्यों जरूरी हैं?

आज के जमाने में हमें जो कुछ भी चाहिए अच्छी गाड़ी, बड़ा घर, ब्रांडेड कपड़े, घूमना-फिरना, प्यार और रोमांस इन सबके 'मालिक' शुक्र देव ही हैं। ज्योतिष में शुक्र को "दैत्य गुरु" तो माना ही जाता है, साथ ही उन्हें भौतिक सुख (Material Comfort) देने वाला ग्रह कहा गया है। अगर शुक्र खुश हैं, तो इंसान को बिना ज्यादा मेहनत के भी राजसी सुख मिलता है। और अगर शुक्र कमजोर हैं, तो आप कितना भी रगड़ लें, वो 'लक्जरी' वाली फीलिंग नहीं आती।

108 नामों में ऐसा क्या खास है?

आप सोच रहे होंगे कि सिर्फ नाम लेने से क्या होगा? दोस्तों, हर शब्द में एक वाइब्रेशन (Vibration) होती है। जब हम शुक्र देव के 108 नामों (अष्टोत्तर शतनामावली) का जाप करते हैं, तो हम उस विशेष एनर्जी को अपने अंदर और अपने घर में बुलाते हैं जो धन और आकर्षण (Attraction) को खींचती है।

यह एक तरह का पासवर्ड है जो शुक्र ग्रह की फ्रीक्वेंसी से आपको जोड़ देता है।

पाठ करने के फायदे (Benefits of Chanting)

अगर आप हर शुक्रवार को श्रद्धा के साथ इन 108 नामों का पाठ करते हैं, तो कुछ बदलाव साफ महसूस होंगे:

  1. आर्थिक तंगी दूर: कर्ज खत्म होने लगता है और आय के नए रास्ते (New Income Sources) खुलने लगते हैं।
  2. चेहरे पर आकर्षण: शुक्र 'ब्यूटी' का कारक है। इसका पाठ करने वालों के चेहरे पर एक अलग ही तेज और आकर्षण आने लगता है। लोग आपकी बातों से जल्दी प्रभावित होते हैं।
  3. दांपत्य जीवन में मिठास: अगर पति-पत्नी के बीच झगड़े हो रहे हैं या लव लाइफ खराब चल रही है, तो यह पाठ रिश्तों को सुधारने में जादू की तरह काम करता है।
  4. लक्जरी लाइफ: अगर आप गाड़ी या घर लेने का प्लान कर रहे हैं और बात नहीं बन रही, तो शुक्र देव की आराधना रुकावटें दूर करती है।

कैसे और कब करें पाठ?

कोई बहुत बड़ा ताम-झाम करने की जरूरत नहीं है। भगवान सादगी से ज्यादा खुश होते हैं।

  • दिन: शुक्रवार (Friday)।
  • समय: सुबह नहाने के बाद या शाम को सूर्यास्त के समय।
  • विधि: नहा-धोकर साफ सफेद कपड़े पहनें (शुक्र को सफेद रंग पसंद है)। घर के मंदिर में गाय के घी का दीपक जलाएं। मुमकिन हो तो सफेद फूल अर्पित करें। फिर शांत मन से शुक्र अष्टोत्तर शतनामावली के 108 नामों का जाप करें।

अगर आपको संस्कृत पढ़ना मुश्किल लगता है, तो आप इसे हिंदी में भी पढ़ सकते हैं या मोबाइल पर सुनकर भी साथ-साथ बोल सकते हैं। जरूरी यह है कि आप जिस भी भाव से पुकारें, वो दिल से होना चाहिए।

तो दोस्तों, अगर आप अपनी लाइफ को 'गुड' से 'ग्रेट' बनाना चाहते हैं, तो इस शुक्रवार से ही शुक्र देव के इन 108 नामों का स्मरण शुरू करें। यकीन मानिए, पॉजीटिविटी खुद ब खुद आपके पास आने लगेगी!

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