Shock in Jharkhand: धनबाद में 1 अगस्त से 10 प्रतिशत बढ़ जाएंगे प्रॉपर्टी रेट घर जमीन खरीदने वाले रहें सावधान
News India Live, Digital Desk: Shock in Jharkhand: झारखंड के धनबाद जिले में संपत्ति मालिकों और निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। आगामी 1 अगस्त से धनबाद में संपत्ति के दरों में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने वाली है। यह वृद्धि सर्किल रेट (सरकारी दर) में होगी, जिसका सीधा असर जिले में प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने पर पड़ेगा। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब रियल एस्टेट बाजार में धीरे-धीरे सुधार दिख रहा है, लेकिन इसका बोझ सीधे आम लोगों और नए खरीदारों पर पड़ने की संभावना है।
क्या होता है सर्किल रेट और इसका प्रभाव:
सर्किल रेट वह न्यूनतम मूल्य होता है जिस पर किसी प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन या सरकारी दस्तावेजों में लेनदेन होता है। सरकार इस दर को तय करती है ताकि किसी भी जमीन या संपत्ति का लेन-देन इससे कम मूल्य पर न हो सके और उचित राजस्व प्राप्त हो सके। जब सर्किल रेट बढ़ता है, तो प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री की लागत, स्टांप ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क भी उसी अनुपात में बढ़ जाते हैं, जिससे प्रॉपर्टी खरीदना कुल मिलाकर महंगा हो जाता है।
बढ़ोतरी का कारण और असर:
धनबाद में यह बढ़ोतरी विभिन्न कारणों से हो सकती है, जिसमें क्षेत्र का विकास, बुनियादी ढांचे में सुधार, महंगाई और बाजार दरों में वृद्धि शामिल है। स्थानीय प्रशासन द्वारा हर कुछ समय बाद इन दरों की समीक्षा की जाती है। इस 10 प्रतिशत की वृद्धि से:
खरीदारों पर बोझ: जो लोग धनबाद में नया घर या जमीन खरीदने की सोच रहे हैं, उन्हें अब अधिक पैसा चुकाना होगा। यह पहली बार घर खरीदने वालों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है।
सरकारी राजस्व में वृद्धि: इस बढ़ोतरी से राज्य सरकार के खजाने में अधिक राजस्व आएगा, जो विकास परियोजनाओं में उपयोग किया जा सकता है।
रियल एस्टेट मार्केट: हालांकि यह डेवलपर्स के लिए कुछ लाभ ला सकता है (बढ़ी हुई संपत्ति मूल्य धारणा के कारण), लेकिन शुरुआती चरण में कुछ हद तक बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है क्योंकि खरीदार अधिक लागत को लेकर हिचकिचा सकते हैं।
निवेशक: जो लोग रियल एस्टेट में निवेश करते हैं, उन्हें यह अपने निवेश के मूल्य में वृद्धि के रूप में दिख सकता है, लेकिन नए निवेश के लिए लागत भी बढ़ जाएगी।
इस बढ़ोतरी का असर न केवल आवासीय संपत्तियों पर पड़ेगा, बल्कि वाणिज्यिक (commercial) और औद्योगिक (industrial) संपत्तियों पर भी पड़ेगा। इसलिए, जिन लोगों की धनबाद में संपत्ति खरीदने की योजना है, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे 1 अगस्त से पहले अपने लेनदेन पूरे करने पर विचार कर सकते हैं, ताकि वे बढ़ी हुई दरों के बोझ से बच सकें। इस फैसले से धनबाद के प्रॉपर्टी बाजार में आने वाले समय में एक नया रुख देखने को मिल सकता है।
--Advertisement--