Sharadiya Navratri 2025: देवी दुर्गा के नौ दिव्य रूपों की आराधना, घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और तिथि

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News India Live, Digital Desk: Sharadiya Navratri 2025:  आने वाले वर्ष 2025 में, मां दुर्गा के नौ दिव्य रूपों की आराधना का महापर्व शारदीय नवरात्रि 24 सितंबर, बुधवार से प्रारंभ होगा। यह नौ दिवसीय उत्सव हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर विजयादशमी तक चलता है, जिसे शक्ति और भक्ति के इस अनूठे समागम में श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है।

घटस्थापना का शुभ मुहूर्त: भक्ति का पावन आरंभ

शारदीय नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व है, जिसे कलश स्थापना भी कहते हैं। यह नवरात्रि के पहले दिन, प्रतिपदा तिथि पर एक शुभ मुहूर्त में किया जाता है, जो देवी शक्ति का आह्वान और पूजा की विधिवत शुरुआत का प्रतीक है।

शारदीय नवरात्रि प्रारंभ: 24 सितंबर, 2025 (बुधवार)
कलश स्थापना/घटस्थापना का शुभ मुहूर्त: 24 सितंबर, 2025 को सुबह 06 बजकर 28 मिनट से 08 बजकर 26 मिनट तक। इस मुहूर्त की कुल अवधि 01 घंटा 58 मिनट रहेगी।

अभिजित मुहूर्त: यह दिन का सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है, और 24 सितंबर, 2025 को सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।

महत्व और अनुष्ठान

घटस्थापना के दौरान, मिट्टी के एक पात्र में जौ बोकर, उसके ऊपर पवित्र जल से भरा कलश रखा जाता है। कलश पर स्वास्तिक बनाकर, उसके मुख पर आम या अशोक के पत्ते और नारियल रखते हैं। यह ब्रह्मांड का प्रतीक है और इसमें सभी देवताओं का वास माना जाता है। इस पवित्र घट को घर में ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में स्थापित किया जाता है। भक्त नौ दिनों तक व्रत रखते हैं, मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा करते हैं, दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं, और कन्या पूजन करते हैं।

माना जाता है कि इस दौरान मां दुर्गा पृथ्वी लोक पर आती हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं, उनके कष्ट हरती हैं और सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं। नवरात्रि का समापन दसवें दिन विजयादशमी (दशहरा) के साथ होता है, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इस वर्ष विजयादशमी 03 अक्टूबर, 2025 (शुक्रवार) को मनाई जाएगी।

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