Secret of Brahma Muhurta : सुबह उठकर सबसे पहले करें ये 2 काम, घर में खुद चलकर आएंगी लक्ष्मी

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हम में से ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि पैसा कमाने के लिए दिनरात मेहनत करना ही एकमात्र रास्ता है हम मेहनत करते भी हैं, लेकिन कई बार नतीजा वैसा नहीं मिलता जैसा हम चाहते हैं घर में शांति की कमी रहती है और पैसा पानी की तरह बह जाता है। पर क्या आपने कभी सोचा है कि इसका कारण आपकी सुबह की शुरुआत में छिपा हो सकता है?

हमारे शास्त्रों और पुरानी मान्यताओं में एक ऐसे समय का जिक्र है, जिसे 'अमृत वेला' या ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। यह समय सूर्य निकलने से लगभग डेढ़ घंटा पहले का होता है कहते हैं कि इस समय ब्रह्मांड में एक खास और बहुत ही सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। जो भी इंसान इस समय जागकर कुछ खास काम करता है, उसके जीवन में सुख, सेहत और समृद्धि खुद-ब-खुद आने लगती है।

आपको कोई बड़ा पूजा-पाठ या अनुष्ठान नहीं करना है। बस अपनी सुबह की आदत में दो छोटे-छोटे बदलाव लाने हैं।

1. बिस्तर पर बैठे-बैठे अपनी हथेलियों को देखें

जैसे ही आपकी आंख खुले, बिस्तर से नीचे पैर रखने की जल्दी न करें। सबसे पहले शांति से बैठ जाएं और अपने दोनों हाथों को जोड़कर अपनी हथेलियों को ध्यान से देखें। हमारी हथेलियों में ही माता लक्ष्मी (धन), देवी सरस्वती (ज्ञान) और भगवान विष्णु (सृष्टि के पालक) का वास माना गया है।

हथेलियों को देखते हुए मन ही मन इस मंत्र को दोहराएं या सिर्फ इसका अर्थ याद करें:
"कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती। करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्॥"

इसका सरल सा अर्थ है,"मेरे हाथ के अगले हिस्से में देवी लक्ष्मी, बीच के हिस्से में देवी सरस्वती और मूल हिस्से में भगवान गोविंद का निवास है। मैं सुबह-सुबह इनके दर्शन करता हूँ।"

यह सिर्फ एक धार्मिक मान्यता नहीं है, बल्कि यह एक मनोवैज्ञानिक क्रिया भी है ऐसा करके आप सुबह की पहली ऊर्जा अपने कर्म (हाथों) को समर्पित करते हैं और अपने भाग्य को सकारात्मक दिशा देने का संकल्प लेते हैं।

2. धरती माँ को छूकर क्षमा मांगें

हथेलियों के दर्शन के बाद, जब आप बिस्तर से नीचे उतरें, तो सीधे जमीन पर पैर रखने से पहले झुककर धरती को प्रणाम करें और उनसे क्षमा मांगें। हम दिन भर इस धरती पर चलते हैं, अपना भार डालते हैं। यह क्रिया उनके प्रति आभार और सम्मान दिखाने का एक तरीका है। ऐसा करने से आपके अंदर विनम्रता आती है और नकारात्मक ऊर्जा आपसे दूर रहती है।

इसका असर क्या होता है?

ब्रह्म मुहूर्त में जागकर ये दो सरल काम करने से आप उस दिव्य ऊर्जा से सीधे जुड़ जाते हैं। आपका मन शांत होता है, सोचने-समझने की शक्ति बढ़ती है और आप पूरे दिन सकारात्मक महसूस करते हैं जब आपकी सोच और ऊर्जा सकारात्मक होती है, तो आप बेहतर निर्णय लेते हैं, जिससे आपके काम सफल होते हैंऔर जहाँ सफलता और सकारात्मकता होती है, वहाँ माता लक्ष्मी का वास अपने आप हो जाता है।

यह कोई जादू नहीं, बल्कि अपनी दिनचर्या को प्रकृति के साथ जोड़ने का एक प्राचीन और शक्तिशाली तरीका है। इसे अपनाकर देखें, आपके जीवन में बदलाव निश्चित है।

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