काशी में फिर मनेगी दूसरी दिवाली? बाबा विश्वनाथ धाम के 4 साल पूरे होने पर होने जा रहा है कुछ बड़ा

Post

News India Live, Digital Desk : अगर आप बाबा विश्वनाथ के भक्त हैं, तो आपके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। काशी, जो दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है, इन दिनों एक अलग ही रंग में रंगी हुई नजर आ रही है। वजह है श्री काशी विश्वनाथ धाम की चौथी वर्षगांठ (4th Anniversary)।

आपको याद होगा, 13 दिसंबर 2021 का वो ऐतिहासिक दिन, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भव्य कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। देखते ही देखते 4 साल बीत गए, और इन चार सालों में काशी की तस्वीर और तकदीर, दोनों बदल गई है।

इस बार क्या खास होने वाला है?

आने वाली 13 दिसंबर को काशी में एक बड़ा उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है। प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने कमर कस ली है। खबर है कि इस मौके पर एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह कोई आम यात्रा नहीं होगी, इसमें काशी की संस्कृति, संगीत और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।

सोचिए, गंगा के किनारे बसी काशी, गलियों में गूंजता 'बम-बम भोले' का जयघोष और सजी-धजी झांकियां—माहौल कितना रूहानी होगा!

भक्तों के लिए उत्सव, शहर के लिए गौरव

जब से यह नया धाम बना है, भक्तों के लिए दर्शन करना कितना आसान हो गया है, यह हम सब जानते हैं। पहले संकरी गलियों में घंटों लाइन में लगना पड़ता था, लेकिन अब खुला परिसर और गंगा घाट से सीधा मंदिर तक का रास्ता किसी सपने जैसा लगता है। यह वर्षगांठ इसी बदलाव का जश्न है।

इस दिन न सिर्फ पूजा-पाठ होगा, बल्कि कई सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Programs) भी आयोजित किए जाएंगे। भजन संध्या से लेकर लोक नृत्यों तक, पूरा शहर शिवमय होने वाला है। स्थानीय लोगों में भी इसको लेकर गजब का उत्साह है। लोग अपने घरों को सजाने और इस जश्न में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

काशी बुला रही है!

अगर आप भी इन दिनों वाराणसी जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इससे बेहतर मौका नहीं हो सकता। और अगर नहीं जा पा रहे, तो घर बैठे ही 'हर हर महादेव' का जाप कर इस उत्सव का हिस्सा बनिए। यह दिन याद दिलाता है कि कैसे आस्था और विकास एक साथ चल सकते हैं।

--Advertisement--