थाईलैंड में पकड़े गए सौरभ और गौरव लूथरा, भारतीय दूतावास हुआ एक्टिव

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News India Live, Digital Desk: अक्सर हम थाईलैंड को घूमने-फिरने की जगह के तौर पर जानते हैं, लेकिन आज बैंकाक से एक थोड़ी गंभीर खबर सामने आई है। दो भारतीय नागरिक सौरभ लूथरा (Saurabh Luthra) और गौरव लूथरा (Gaurav Luthra) वहां की पुलिस या प्रशासन की हिरासत में हैं।

यह मामला तब सुर्खियों में आया जब भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने खुद इस पर बयान दिया। लोगों के मन में सवाल उठ रहे थे कि आखिर हुआ क्या है? तो चलिए आपको बताते हैं कि सरकार का इस पर क्या कहना है।

दूतावास ने संभाला मोर्चा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को साफ किया कि भारतीय सरकार को इस मामले की पूरी जानकारी है। बैंकाक स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embassy) लगातार थाई अधिकारियों के संपर्क में है।

सरकार ने भरोसा दिलाया है कि एक भारतीय नागरिक होने के नाते उन्हें जो भी कानूनी या कॉन्सुलर (Consular) मदद मिलनी चाहिए, वो मुहैया कराई जा रही है। इसका मतलब यह है कि दूतावास के अधिकारी उनसे मिल रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनके साथ वहां के नियमों के मुताबिक सही व्यवहार हो।

क्यों हुई कार्रवाई?

फिलहाल, इन दोनों की हिरासत की सही वजह को लेकर कई तरह की अटकलें हैं। लेकिन आधिकारिक तौर पर इतना ही कहा गया है कि मामला कानूनी प्रक्रियाओं के अधीन है। अक्सर ऐसे मामलों में देखा जाता है कि या तो वीजा/पासपोर्ट से जुड़ा कोई उल्लंघन होता है या फिर भारत में चल रहे किसी पुराने केस (जैसे आर्थिक अपराध या धोखाधड़ी) की वजह से विदेश में गिरफ्तारी होती है। हालांकि, लूथरा ब्रदर्स के मामले में अभी पूरी डिटेल का इंतज़ार है।

क्या उन्हें भारत लाया जाएगा?

यह सबसे बड़ा सवाल है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वो स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। अगर उनके खिलाफ कोई बड़ा मामला बनता है, तो कानूनी रास्ते के जरिए उनके प्रत्यर्पण (Extradition) या निर्वासन (Deportation) की बात हो सकती है। फिलहाल दूतावास का फोकस उन्हें जरूरी सहायता देने और थाईलैंड के अधिकारियों के साथ बातचीत जारी रखने पर है।

अगर आप या आपका कोई जानने वाला विदेश में है, तो यह खबर याद दिलाती है कि दूसरे देश के कानूनों का पालन करना कितना जरूरी है, और मुसीबत के समय भारतीय दूतावास ही सबसे पहला सहारा होता है।

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