Saturday Puja Vidhi : क्या आप जानते हैं? शनिदेव को गुड़हल का फूल चढ़ाना मना है जानिए पूजा के सही नियम
News India Live, Digital Desk : अक्सर जब भी शनिदेव का नाम आता है, तो लोगों के मन में थोड़ा डर बैठ जाता है। 'साढ़े साती', 'ढैया' या 'शनि दोष' जैसे शब्द सुनकर हम घबरा जाते हैं। हम हर वो उपाय करने की कोशिश करते हैं जिससे शनिदेव शांत रहें चाहे वो मंदिर के बाहर दिया जलाना हो या पीपल की पूजा करना।
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि शनिदेव सिर्फ डर के देवता नहीं हैं, वो तो कर्मफल दाता हैं। अगर आपका मन साफ है और कर्म अच्छे हैं, तो वो बहुत जल्दी खुश भी हो जाते हैं। और उन्हें खुश करने का सबसे आसान और सुंदर तरीका है फूल (Flowers)।
जी हाँ, जैसे हम बाकी देवी-देवताओं को फूल चढ़ाते हैं, वैसे ही शनिदेव के भी कुछ पसंदीदा फूल हैं। लेकिन यहाँ एक पेंच (catch) है। आप उन्हें कोई भी फूल नहीं चढ़ा सकते। कई बार अनजाने में हम गलत फूल चढ़ाकर फायदे की जगह नुकसान करा बैठते हैं।
तो चलिए, बहुत ही सरल भाषा में समझते हैं कि आज शनिवार को आपको अपनी पूजा की थाली में कौन से फूल रखने चाहिए।
शनिदेव का फेवरेट रंग: नीला और काला
सबसे पहले एक बात गांठ बांध लें—शनिदेव को नीला (Blue) और काला रंग बहुत प्रिय है। इसके विपरीत, उन्हें लाल रंग से सख्त नफरत है (क्योंकि लाल रंग मंगल का प्रतीक है, जो शनि के शत्रु माने जाते हैं)। इसलिए भूलकर भी लाल गुड़हल या लाल गुलाब का इस्तेमाल न करें।
ये हैं वो 5 फूल जो बदल सकते हैं आपकी किस्मत:
- अपराजिता का फूल (Aparajita):
यह गहरे नीले रंग का सुंदर फूल आपको कई घरों के बाहर बेल पर लगा मिल जाएगा। इसका नाम ही 'अपराजिता' है, यानी जिसे पराजित न किया जा सके। मान्यताओं के अनुसार, अगर आप शनिवार को 5 या 7 अपराजिता के फूल शनिदेव के चरणों में अर्पित करते हैं, तो नौकरी और करियर की रुकावटें दूर होने लगती हैं। - शमी के पत्ते और फूल (Shami):
शास्त्रों में शमी के पौधे को चमत्कारिक माना गया है। कहते हैं महाभारत युद्ध से पहले अर्जुन ने और लंका विजय से पहले भगवान राम ने शमी की पूजा की थी। शनिदेव को शमी के बैंगनी फूल या पत्ते चढ़ाना उतना ही पुण्य देता है जितना सैकड़ों यज्ञ करना। - आक का फूल (Calotropis):
आक या मदार के फूल आमतौर पर भगवान शिव को चढ़ते हैं, लेकिन अगर आपको नीला आक (Blue Madar) मिल जाए, तो वह शनिदेव को बहुत प्रिय है। यह शारीरिक कष्टों को दूर करने में सहायक माना जाता है। - लाजवंती के फूल:
लाजवंती (Touch-me-not plant) के फूल भी गहरे नीले/बैंगनी रंग के होते हैं। इसे चढ़ाने से जीवन में स्थिरता आती है।
एक जरूरी सलाह
पूजा करते समय मन में डर न रखें, बल्कि श्रद्धा रखें। अगर आपके पास इनमें से कोई खास फूल नहीं भी है, तो परेशान न हों। शनिदेव भाव के भूखे हैं। बस, galati se bhi laal phool na chadhayein (गलती से भी लाल फूल न चढ़ाएं)।
आज शाम को मंदिर जाएं, सरसों के तेल का दिया जलाएं और अगर हो सके तो एक माला अपराजिता या कुछ शमी के पत्ते जरूर चढ़ाएं। यकीन मानिए, आपको खुद अंदर से सकरात्मकता (Positivity) महसूस होगी।
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