सद्गुरु ने बताया आंतों को साफ रखने का अचूक तरीका: कब्ज और बीमारियों से पाएं छुटकारा
आज की तेज़ रफ़्तार जिंदगी और बिगड़े हुए खानपान की वजह से पेट की परेशानी सबसे आम समस्या बन गई है। बहुत से लोग इस बात से परेशान रहते हैं कि उनका पेट ठीक से साफ नहीं होता है। तेल-मसालेदार और भारी भोजन खाने से समय के साथ हमारे कोलन यानी आंतों में गंदगी जमने लगती है, जिससे मल त्याग करना मुश्किल हो जाता है और कब्ज़ जैसी बीमारियां हमें घेरने लगती हैं।
अगर आप भी रोज़ाना इस समस्या से जूझते हैं, तो ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने आंतों की सफाई के लिए तीन बहुत ही आसान और कुदरती उपाय बताए हैं। सद्गुरु का मानना है कि जैसे गलत खाना पेट में गंदगी जमा करता है, वैसे ही कुछ सही चीजें उसे बाहर निकालने में भी मदद करती हैं।
आंतों की सफाई के लिए क्या खाएं?
1. नीम और हल्दी की जादुई गोली
सद्गुरु कहते हैं कि अपने दिन की शुरुआत कड़वी चीजों से करना बहुत फायदेमंद है।
- तरीका: रोज़ सुबह खाली पेट, नीम की ताजी पत्तियों को पीस लें। इसमें थोड़ा सा हल्दी पाउडर मिलाएं और इनकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें।
- फायदा: नीम शरीर के अंदरूनी हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करता है, जिससे आपका पाचन तंत्र साफ रहता है। वहीं हल्दी, इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों को बढ़ा देती है। यह मिश्रण शरीर की अंदरूनी सफाई करने के साथ-साथ आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
2. सोने से पहले 'त्रिफला' का सेवन
त्रिफला आयुर्वेद का सबसे मशहूर मिश्रण है, जो तीन फलों- आंवला, हरड़ और बहेड़ा को मिलाकर बनाया जाता है।
- तरीका: रात को सोने से पहले त्रिफला चूर्ण को गरम पानी, दूध या शहद के साथ मिलाकर लें।
- फायदा: त्रिफला एक माइल्ड लैक्सेटिव की तरह काम करता है, यानी यह मल त्याग को आसान बनाता है। रात में इसे लेने से सुबह पेट पूरी तरह साफ होता है और कोलन प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ रहता है।
3. कैस्टर ऑयल (अरंडी का तेल)
अगर आपका कब्ज़ बहुत पुराना है, तो सद्गुरु कैस्टर ऑयल का सेवन करने की सलाह देते हैं।
- तरीका: आधा चम्मच गुनगुने अरंडी के तेल को पानी या दूध में मिलाएं और रात को पी लें।
- फायदा: अरंडी का तेल एक पावरफुल क्लींजिंग एजेंट है जो आंतों में सालों से चिपकी गंदगी को धीरे-धीरे नरम करके बाहर निकालने में मदद करता है। इसके सेवन से आंतें साफ रहती हैं और शरीर हल्कापन महसूस करता है।
सेहतमंद रहने के लिए इन बातों का भी रखें ध्यान
सद्गुरु ज़ोर देते हैं कि सिर्फ इन चीज़ों को खाने से बात नहीं बनेगी। इसके साथ-साथ अपनी दिनचर्या में दो बदलाव ज़रूर करें:
- भोजन के बीच लंबा अंतराल रखें: खाने के बीच कम से कम 5 से 6 घंटे का अंतर ज़रूर रखें। इससे आपके शरीर को पाचन के लिए पूरा समय मिलता है।
- शौच के लिए दिन में दो बार जाएं: सद्गुरु इसे शरीर के अंदरूनी स्वास्थ्य के लिए एक ज़रूरी आदत मानते हैं।
इन सरल, लेकिन प्रभावी उपायों से न केवल आपकी आंतें और कोलन साफ रहेंगे, बल्कि आप दिनभर ज़्यादा एक्टिव और ऊर्जावान भी महसूस करेंगे।
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