Religious Remedies : शनिवार को शनिदेव के 108 नामों का जाप ,कष्टों से मुक्ति और सुख-समृद्धि का मार्ग
News India Live, Digital Desk: Religious Remedies : शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित है. हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता और कर्मों का फल देने वाला माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि जो लोग सच्ची श्रद्धा और निष्ठा से शनिदेव की पूजा करते हैं, उनके सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. शनिदेव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के कई तरीके हैं, लेकिन इनमें से सबसे शक्तिशाली और प्रभावी तरीकों में से एक है उनके 108 पवित्र नामों का जाप करना.
पुराणों और ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव के इन 108 नामों का जाप करने से 'शनि दोष' के प्रभावों को कम किया जा सकता है, जिससे साढ़ेसाती और ढैय्या जैसी शनि की दशाओं में मिलने वाले नकारात्मक परिणाम दूर होते हैं. यह जाप न केवल आपको मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि यह आपके जीवन में आने वाली बाधाओं को भी दूर करने में मदद करता है. यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी माना जाता है जो किसी आर्थिक परेशानी, बीमारी या पारिवारिक कलह से जूझ रहे हैं.
शनिवार को इन 108 नामों का जाप करने के फायदे:
- शनि दोष से मुक्ति: यह शनि की अशुभ दशाओं के प्रभाव को शांत करने में मदद करता है.
- कर्ज मुक्ति: आर्थिक संकटों से छुटकारा पाने और धन-संपत्ति में वृद्धि के लिए लाभदायक.
- रोग निवारण: स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को दूर करने और निरोगी काया प्राप्त करने में सहायक.
- मन की शांति: मानसिक तनाव और चिंताओं को दूर कर शांति प्रदान करता है.
- समृद्धि और सफलता: करियर और व्यक्तिगत जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है.
अगर आप हर शनिवार को स्नान के बाद साफ कपड़े पहनकर, भगवान शनिदेव की प्रतिमा या तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाकर उनके 108 नामों का श्रद्धापूर्वक जाप करते हैं, तो निश्चित रूप से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आने लगेंगे. याद रखें, यह सिर्फ मंत्रों का जाप नहीं, बल्कि शनिदेव के प्रति आपकी आस्था और समर्पण का प्रतीक है.
शनिदेव के 108 नाम (आपकी सुविधा के लिए, यहाँ कुछ नाम दिए गए हैं - पूर्ण सूची ऑनलाइन मिल सकती है):
शनि, शनैश्चर, शम्भू, शांत, शांति, शान्तारूढ, शत्रुघ्न, शूली, सुखी, सौभाग्यद, श्रीकर, क्षमावान, क्षीणांग, क्रोध, क्रोधन, क्रोधानन, करालो, कपर्दिन, कपिल, कपिंजल, कामात्मा, कमलेन्दु, करालमुख, कपटविदूषी, कामदेव, कपिप्रसन्न, कालाग्नि, कालरूप, कालज्ञान, कालान्ते, कालावर्ती, कालदर्शी, कपालाभास, कर्णघ्री, कटुरोप, कल्याण, कामाप्त, कंकुष्ठ, कंदर्प, कारुण्य, कार्तिक, कारण, कारिणी, क्रौञ्चारि, कालप्रस्थ, कौमार्य, केकराक्ष, केसरी, कुन्तिलो, कुशलो, कृतार्थ, कृतिन, कुमार, कुशल, क्रूरदृष्टि, कुंजनाशिनी, कूश्मान्द, कुन्तलि, कृष्णाक्ष, कृशांग, कुलोचन, केशव, कौस्तुभ, केशवाह्रि, केतनानिघ्न, कृष्णार्ध, कृपाविष्ट, कृपीकर, केशवी, कृतकृण, कुन्तलि।
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