Relief to the workers of Jharkhand: मजदूरी दर में 52 रुपये की बढ़ोतरी 94 लाख परिवारों को मिलेगा सीधा फायदा
News India Live, Digital Desk:Relief to the workers of Jharkhand: झारखंड सरकार ने राज्य के करोड़ों मजदूरों को एक बड़ी राहत प्रदान करते हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम मनरेगा के तहत दैनिक मजदूरी दर में 52 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस महत्वपूर्ण निर्णय से राज्य के करीब 94 लाख परिवारों को सीधा फायदा मिलेगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को काफी राहत मिलेगी।
यह वृद्धि केवल कागजी नहीं, बल्कि सीधा मजदूरों की जेब पर असर डालेगी। पहले जहां मनरेगा के तहत झारखंड में मजदूरों को 200 रुपये दैनिक मजदूरी मिलती थी, अब वह बढ़कर 252 रुपये प्रतिदिन हो जाएगी। यह कदम ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा किया गया एक अहम बदलाव है, जिसे गरीब और वंचित तबके के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
इस बढ़े हुए वेतन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में श्रम शक्ति को बढ़ावा देना, पलायन रोकना और श्रमिकों को उनके काम का उचित मूल्य दिलाना है। इससे उन लोगों को काफी मदद मिलेगी जो अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए जूझते हैं। बढ़ी हुई मजदूरी उनके जीवन में थोड़ी और स्थिरता लाएगी, जिससे उन्हें भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में आसानी होगी।
इसके साथ ही, राज्य सरकार ने 'बिरसा हरित ग्राम योजना' और 'जंगल बचाओ आंदोलन' जैसी कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं पर भी काम शुरू करने का संकेत दिया है। इन योजनाओं का लक्ष्य न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में और अधिक रोजगार के अवसर पैदा करना भी है। ये परियोजनाएं मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों को और अधिक काम उपलब्ध कराएंगी, जिससे उन्हें लगातार आय का स्रोत मिल सकेगा और ग्रामीण इलाकों में स्थायी रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।
कुल मिलाकर, मजदूरी दर में यह बढ़ोतरी एक स्वागत योग्य कदम है, जो झारखंड सरकार की कल्याणकारी नीतियों और ग्रामीण सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इससे राज्य के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को काफी फायदा मिलने की उम्मीद है और उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आएगा।
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