Registrar corruption : भागलपुर रजिस्ट्रार विनय सौरभ पर EOU का शिकंजा, पटना, रोहतास और पूर्णिया में पड़े ताबड़तोड़ छापे

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News India Live, Digital Desk:  Registrar corruption : बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (EOU) का एक्शन जारी है! इस बार EOU के रडार पर आए हैं भागलपुर के रजिस्ट्रार विनय सौरभ. मंगलवार को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते पटना, रोहतास और पूर्णिया में उनके ठिकानों पर EOU की टीमों ने एक साथ छापेमारी की. विनय सौरभ पर अवैध तरीके से लाखों-करोड़ों की संपत्ति जुटाने का आरोप है.

कहां-कहां हुई छापेमारी और क्या मिला?

विनय सौरभ की तलाश में EOU की टीमें सुबह-सुबह ही तीन जगहों पर पहुंच गईं:

  1. पटना: उनके दीघा इलाके में स्थित विशालकाय फ्लैट पर, जहां उन्होंने अपने घर के गेट और दीवारों को आलीशान सजावट से भर रखा था. अंदर से मिली जानकारी के मुताबिक, इस फ्लैट में भी एक पूरा पूजा घर बना हुआ है और महंगी साज-सज्जा है.
  2. रोहतास: उनके पैतृक गांव और घर पर भी छापा मारा गया.
  3. पूर्णिया: उनके पूर्णिया स्थित किराए के घर की भी तलाशी ली गई.

इन छापों के दौरान EOU की टीमों को आय से अधिक संपत्ति के कई पुख्ता सबूत मिले हैं. अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान अभी भी जारी है और संपत्ति के और भी कई दस्तावेज़, बैंक खातों और निवेश से जुड़ी जानकारी जुटाई जा रही है. अब तक जो जानकारियां सामने आई हैं, उनके मुताबिक रजिस्ट्रार विनय सौरभ ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से संपत्ति बनाई है.

कौन हैं विनय सौरभ और क्यों है इतने अहम ये छापे?

विनय सौरभ बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं और फिलहाल भागलपुर में रजिस्ट्रार के पद पर तैनात हैं. बिहार में संपत्ति रजिस्ट्रेशन के मामलों में अक्सर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, और रजिस्ट्रार की भूमिका इसमें काफी अहम होती है. ऐसे में विनय सौरभ पर EOU की ये कार्रवाई बताती है कि सरकार अब भ्रष्ट अधिकारियों पर लगाम लगाने के मूड में है, भले ही वो किसी भी बड़े पद पर क्यों न हों.

छापों के बाद अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि और भी कई महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं, जिनसे विनय सौरभ की अवैध संपत्ति का पूरा नेटवर्क सामने आएगा. यह कार्रवाई बिहार में ईमानदारी और सुशासन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है.

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