Recruitment Fraud : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में बड़ा खुलासा फर्जी प्रमाणपत्रों से दर्जनों लोगों को मिली नौकरी
News India Live, Digital Desk: Recruitment Fraud : बिहार के शिक्षा जगत से एक बड़ा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में कथित तौर पर सैकड़ों लोगों ने जाली शैक्षिक और अनुभव प्रमाणपत्रों के आधार पर सरकारी नियुक्तियाँ हासिल की हैं। यह घोटाला इतना व्यापक है कि इसने विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विश्वसनीय सूत्रों और प्रारंभिक जाँच के अनुसार, आरोप है कि यह गोरखधंधा बड़े पैमाने पर चल रहा था, जहाँ नौकरी के लिए अनुभव प्रमाण पत्र में हेरफेर किया गया या उन्हें पूरी तरह से फर्जी तरीके से बनाया गया। कई योग्य उम्मीदवार अपनी योग्यता और कड़ी मेहनत के बावजूद पीछे छूट गए, जबकि ऐसे लोगों को अहम पदों पर नियुक्ति मिल गई जो वास्तविक रूप से उनके हकदार नहीं थे। इसने पूरे बिहार की शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर गहरी चोट की है।
यह खेल केवल कुछ नियुक्तियों तक ही सीमित नहीं था, बल्कि बताया जा रहा है कि दर्जनों लोगों ने इस फर्जीवाड़े का सहारा लेकर विभिन्न प्रशासनिक और शिक्षणेतर पदों पर कब्जा जमाया। ऐसा करके उन्होंने न केवल सिस्टम का दुरुपयोग किया, बल्कि ईमानदारी से परीक्षा देने वाले छात्रों और कर्मचारियों के सपनों को भी कुचला। यह पूरी धांधली दर्शाता है कि नौकरी भर्ती प्रक्रियाओं में गहरी खामियां और अनियमितताएं थीं।
मामले की जानकारी सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन और संबंधित एजेंसियाँ हरकत में आ गई हैं। प्रारंभिक जाँच में कई नियुक्तियों में गंभीर अनियमितताएँ पाई गई हैं, जिसके बाद व्यापक स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर हुई सभी नियुक्तियों को रद्द किया जाएगा। यह सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि ऐसी धोखाधड़ी को जड़ से समाप्त किया जाए ताकि शिक्षा प्रणाली की शुचिता बनी रहे और योग्य व्यक्तियों को ही अवसर मिलें।
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