Rajasthan Politics : क्या सचिन पायलट बनेंगे सीएम? दिग्विजय सिंह ने दिया बड़ा इशारा

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News India Live, Digital Desk : राजस्थान की सियासी फिजाओं में एक ही सवाल है जो कभी पुराना नहीं होता"सचिन पायलट मुख्यमंत्री कब बनेंगे?" या फिर "क्या वो कभी बनेंगे भी?" यह सवाल घूम-फिर कर फिर से सुर्खियों में आ गया है। इस बार मौका था एक कार्यक्रम का जहाँ कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह मौजूद थे, और साथ में थे खुद सचिन पायलट।

जाहिर सी बात है, जब दोनों साथ हों और मीडिया वाले हों, तो 'वो वाला' सवाल तो आना ही था।

दिग्विजय सिंह ने क्या गुगली फेंकी?

जब पत्रकारों ने दिग्विजय सिंह से सीधा सवाल किया कि "क्या सचिन पायलट को अब राजस्थान का सीएम बना दिया जाएगा?", तो मंझे हुए राजनेता की तरह दिग्विजय सिंह ने गेंद हाईकमान के पाले में डाल दी। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा— "मैं कांग्रेस का महासचिव नहीं हूँ, जो नियुक्तियां करता है। यह काम खड़गे साहब (Mallikarjun Kharge) और राहुल जी का है। मैं यहाँ सिर्फ अपने पारिवारिक रिश्तों की वजह से आया हूँ।"

मतलब साफ़ है, दिग्विजय सिंह ने न 'हाँ' कहा और न 'ना'। उन्होंने वही किया जो वो अक्सर करते हैं—सस्पेंस बरकरार रखा। उनका कहना था कि सचिन बहुत काबिल हैं, नौजवान हैं, लेकिन फैसला 'दिल्ली' वाले लेंगे। यह सुनकर पायलट समर्थकों को थोड़ी निराशा जरूर हुई होगी जो किसी 'गुड न्यूज़' का इंतज़ार कर रहे थे।

सचिन पायलट ने क्या कहा?

अब बात करते हैं 'पायलट' साहब की। सचिन पायलट से जब यह पूछा गया कि उनकी भविष्य की भूमिका क्या होगी, तो उन्होंने वही अपना सधा हुआ जवाब दिया। पायलट ने कहा कि राजनीति में पद आते-जाते रहते हैं, असली मकसद जनता के बीच रहना है। उन्होंने बातों-बातों में यह जता दिया कि वो कहीं नहीं जाने वाले, वो यहीं हैं और यहीं की लड़ाई लड़ेंगे।

उनका कहना था, "मेरा फोकस लोगों से जुड़ना है। बाकी चीजें पार्टी तय करती है।" पायलट की बॉडी लैंग्वेज बता रही थी कि वो 'सब्र' के इम्तेहान में पास हो चुके हैं और अब सिर्फ सही मौके का इंतज़ार कर रहे हैं।

तो इसका मतलब क्या निकालें?

यार, सीधी बात यह है कि अभी तस्वीर साफ नहीं है। कांग्रेस आलाकमान पायलट की लोकप्रियता (Popularity) को जानता है, लेकिन पुराने समीकरणों को छेड़ना भी नहीं चाहता। दिग्विजय सिंह का बयान यह इशारा करता है कि फिलहाल कोई 'बड़ा धमाका' शायद न हो, लेकिन अंदरखाने खिचड़ी जरूर पक रही है।

सचिन पायलट के लिए यह इंतजार लम्बा होता जा रहा है। उनके फैंस आज भी "आई लव यू सचिन" के नारे लगा रहे हैं, लेकिन क्या यह प्यार उन्हें सीएम की कुर्सी तक पहुंचा पाएगा? यह अभी भी 'करोड़ रुपये' का सवाल बना हुआ है।

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