सफर जो बन गया आखिरी राजस्थान में भीषण सड़क हादसा, पल भर में खुशियां मातम में बदलीं

Post

News India Live, Digital Desk : राजस्थान के सीकर जिले से एक ऐसी खबर आई है जिसने सबको झकझोर कर रख दिया है। हम बात कर रहे हैं NH-52 (फतेहपुर-सीकर हाईवे) की, जहाँ एक प्राइवेट स्लीपर बस के साथ खौफनाक हादसा हुआ है। यह हादसा इतना जबरदस्त था कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए।

नींद के आगोश में थे यात्री

ज्यादातर स्लीपर बसें रात या तड़के चलती हैं, जब यात्री गहरी नींद में होते हैं। इस बस में भी वही माहौल था। लोग अपनी बर्थ पर सो रहे थे, कोई अपने घर जाने के सपने देख रहा था तो कोई काम पर लौटने की तैयारी में था। लेकिन अचानक एक जोरदार धमाका हुआ और बस में कोहराम मच गया।

खबरों के मुताबिक, बस की टक्कर एक ट्रॉले (Trolley) से हुई है। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का आगे का हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। जिसे हम केबिन कहते हैं, वो तो जैसे गायब ही हो गया।

सड़क पर बिखरा खून और सामान

हादसे के बाद का मंजर बहुत ही डरावना था। बस के अंदर फंसे यात्री मदद के लिए चीख रहे थे। किसी का सिर फूट गया था, तो किसी के हाथ-पांव में गंभीर चोटें आई थीं। स्थानीय लोग और राहगीर तुरंत मदद को दौड़े, लेकिन बस की हालत ऐसी थी कि लोगों को बाहर निकालना मुश्किल हो रहा था।

पुलिस मौके पर पहुँची और एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुँचाया गया। अस्पताल में भी अफरा-तफरी का माहौल है। डॉक्टरों की टीम घायलों की जान बचाने में जुटी हुई है।

आखिर गलती किसकी?

अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि गलती बस ड्राइवर की थी या ट्रॉले वाले की। अक्सर हाईवे पर तेज रफ़्तार (Over Speeding) या ड्राइवर को झपकी आ जाना ऐसे हादसों की वजह बनता है। कोहरा (Fog) भी इन दिनों एक बड़ा कारण हो सकता है।

पुलिस जांच कर रही है, लेकिन इस हादसे ने फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि हमारी सड़कें और बस का सफर कितना सुरक्षित है? जिन परिवारों के लोग इस हादसे का शिकार हुए हैं, उनके लिए यह वक्त बहुत मुश्किल है।

हम बस यही दुआ कर सकते हैं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं और प्रशासन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कुछ सख्त कदम उठाए। सड़क पर चलते वक्त सावधानी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।

--Advertisement--