Rajasthan Mayra : नागौर में फिर रचा इतिहास भाई ने थाली में सजाकर दिए 1,21,00,000 कैश
News India Live, Digital Desk: राजस्थान की धरती वीरों के लिए तो जानी ही जाती है, लेकिन यहाँ की मेहमान-नवाजी और भाई-बहन के प्यार यानी 'मायरे' (Mayra/Bhaat) की रस्में पूरी दुनिया में मशहूर हैं। और जब बात नागौर (Nagaur) जिले की आती है, तो मान लीजिए कि यहाँ के लोग इतिहास रचने में कभी पीछे नहीं रहते।
अभी हाल ही में नागौर के जायल इलाके में एक ऐसा मायरा भरा गया है, जिसे देखकर लोगों की आँखें फटी की फटी रह गईं। यहाँ एक भाई ने अपनी बहन के घर खुशियों के साथ-साथ नोटों और जेवरों का ढेर लगा दिया।
क्या है पूरा मामला?
खबर नागौर जिले के बुरड़ी गांव की है। यहाँ के पूर्व सरपंच और बड़े काश्तकार भंवरलाल गढ़वाल (Bhanwarlal Garhwal) अपनी बहन भंवरी देवी के घर ढढेरी गांव 'मायरा' लेकर पहुंचे थे। अक्सर मायरे में कपड़े, जेवर और कुछ नकदी दी जाती है, लेकिन भंवरलाल जी ने तो कमाल ही कर दिया।
उन्होंने अपनी बहन की चुनरी में 1 करोड़ 21 लाख रुपये नकद (₹1.21 Crore Cash) डाल दिए! जी हाँ, आपने बिल्कुल सही सुना। सवा करोड़ रुपये थाल में सजे हुए थे, जैसे कोई मिठाई रखी हो।
सिर्फ नोट नहीं, सोना-चांदी भी बरसाया
भाई का प्यार यहीं नहीं रुका। नकदी के अलावा, मायरे में जो सामान दिया गया, उसकी लिस्ट सुनिए:
- 1 किलो सोना (1 Kg Gold)
- 14 किलो चांदी (14 Kg Silver)
- 100 बीघा जमीन के कागज
- एक ब्रांड न्यू ट्रैक्टर (Tractor)
- इसके अलावा करीब 50 लाख रुपये की अन्य सामग्री और अनाज की बोरियां।
गांव वाले बोले- "सतयुग की याद दिला दी"
जब यह मायरा गाँव की गलियों से गुजरा, तो देखने वालों का तांता लग गया। जिसने भी वो नोटों से भरी थाली और सोने-चांदी के जेवर देखे, बस देखता ही रह गया। लोग कह रहे हैं कि आज के जमाने में जहां पैसों के लिए भाई-भाई लड़ पड़ते हैं, वहां भंवरलाल जैसे भाई मिसाल हैं।
यह मायरा ननिहाल पक्ष की तरफ से अपनी बहन के बेटे (भांजे) की शादी के मौके पर भरा गया था। राजस्थान, और खास तौर पर जाट समाज में मायरे को सिर्फ रस्म नहीं, बल्कि आन-बान और शान का प्रतीक माना जाता है। नागौर में इससे पहले भी ऐसे कई रिकॉर्ड टूट चुके हैं, लेकिन इस 'शाही मायरे' ने नए साल से पहले ही धमाल मचा दिया है।
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