Rain Havoc : जब राहत की बारिश बन गई आफ़त, राजस्थान में जाते-जाते मानसून ने दिखाया रौद्र रूप

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News India Live, Digital Desk: Rain Havoc :  लगता है, इस बार मानसून राजस्थान से विदा लेने से पहले पूरी कसर निकाल लेना चाहता है। जो लोग कुछ हफ़्तों पहले तक गर्मी और उमस से बेहाल थे, वे अब बारिश के कहर से परेशान हैं। राहत की फुहारें अब कई इलाक़ों के लिए आफ़त बन गई हैं, और जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।

धौलपुर में तो जैसे जल प्रलय आ गया

बारिश का सबसे भयानक चेहरा देखने को मिला है धौलपुर ज़िले में। यहाँ के सरमथुरा इलाक़े में हुई ज़बरदस्त बारिश ने एक पूरी की पूरी पुलिया को ही बहा दिया। यह कोई मामूली पुलिया नहीं थी, यह लगभग 50 गाँवों को मुख्य सड़क से जोड़ने वाली जीवन रेखा थी। अब इन 50 गाँवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है और लोग वहाँ फँसे हुए हैं। पार्वती समेत कई छोटी-बड़ी नदियाँ उफान पर हैं, जिससे बाढ़ का ख़तरा लगातार बना हुआ है।

शहरों का भी हाल कुछ अच्छा नहीं है। सड़कें दरिया बन गई हैं और निचले इलाक़ों में घरों के अंदर पानी घुस गया है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है।

मौसम विभाग की चेतावनी: अभी और बरसेंगे बादल

अगर आपको लग रहा है कि यह बस एक-दो दिन की बात है, तो आप ग़लत हैं। मौसम विभाग ने आने वाले कई दिनों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है, जिसका मतलब है कि अभी ख़तरा टला नहीं है।

विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में एक नया मौसमी सिस्टम बन रहा है, जिसकी वजह से राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बारिश, तेज़ आँधी और बिजली गिरने का ख़तरा है। ख़ास तौर पर:

  • 10 सितंबर तक: अजमेर, जयपुर, भरतपुर, और कोटा संभाग के ज़िलों में मौसम ज़्यादा ख़राब रहने की आशंका है।
  • इन ज़िलों में ख़ास सावधानी बरतें: भीलवाड़ा, बारां, बूंदी, झालावाड़, और कोटा समेत कई ज़िलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

राहत और आफ़त के बीच फँसा राजस्थान

यह बारिश एक तरफ़ तो किसानों के चेहरों पर थोड़ी मुस्कान लेकर आई है और ज़मीन की प्यास बुझाई है, लेकिन दूसरी तरफ़, इसकी अति ने आम इंसान की मुश्किलें हज़ार गुना बढ़ा दी हैं। प्रशासन लगातार लोगों से सतर्क रहने और नदी-नालों से दूर रहने की अपील कर रहा है, क्योंकि जाते हुए मानसून का यह दौर अभी कुछ और दिन परेशान कर सकता है।

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