Rain Alert: राजस्थान में आसमानी आफत वज्रपात से 5 मौतें और बाढ़ का गंभीर अलर्ट

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News India Live, Digital Desk: राजस्थान में मॉनसून अपने रौद्र रूप में आ गया है, जहाँ बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के कई ज़िलों के लिए 'रेड' और 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किए हैं, जो आसमानी आफत के और बढ़ने की चेतावनी दे रहे हैं।

बारिश के इस कहर के साथ-साथ, वज्रपात की घटनाओं ने भी भयावह रूप ले लिया है। बीते 24 घंटों में अकेले सीकर और पाली ज़िलों में आकाशीय बिजली गिरने से 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जिससे मृतकों का कुल आंकड़ा बढ़ सकता है। मूसलाधार बारिश के चलते कई नदियाँ उफान पर हैं और जलाशयों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। प्रशासन को मजबूरन कई बाँधों के फाटक खोलने पड़े हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

विशेषकर, उदयपुर, राजसमंद, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, पाली, भीलवाड़ा और जालोर जैसे ज़िलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों के दौरान भी भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रह सकती है, जिससे इन इलाकों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होगा।

सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने नागरिकों से अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील की है। बिजली चमकने और गरजने के दौरान खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़ा होने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लें। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने वज्रपात से हुई मौतों पर संज्ञान लेते हुए मृतक के परिजनों के लिए 4-4 लाख रुपये के अनुग्रह अनुदान की भी घोषणा की है, ताकि इस मुश्किल घड़ी में पीड़ित परिवारों को कुछ सहारा मिल सके। कुल मिलाकर, राजस्थान में इस समय मॉनसून का डबल अटैक दिख रहा है—एक ओर जलभराव और बाढ़ का खतरा, तो दूसरी ओर जानलेवा वज्रपात। ऐसे में, नागरिकों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

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