Question on national security: गाजवा ए हिंद से जुड़ा अवैध धर्मांतरण गैंग यूपी एटीएस ने पकड़ा खतरनाक नेटवर्क
News India Live, Digital Desk: Question on national security: उत्तर प्रदेश के आगरा से अवैध धर्मांतरण को लेकर एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां यूपी एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड एटीएस ने एक बड़े अवैध धर्मांतरण गैंग का खुलासा किया है, जिसके तार दिल्ली, पश्चिम बंगाल और यहाँ तक कि बांग्लादेश से भी जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। सबसे गंभीर बात यह है कि इस गिरोह का संबंध कट्टरपंथी संगठन 'गाजवा-ए-हिंद' से भी होने का शक है, जिससे इसकी गंभीरता कई गुना बढ़ गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स और यूपी एटीएस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह गैंग बड़े पैमाने पर लोगों को अवैध तरीके से धर्मांतरित करने का काम कर रहा था। पुलिस की गहन जांच और कार्रवाई के बाद इस गिरोह के कई सदस्यों को पकड़ा गया है। उनके पास से ऐसे दस्तावेज और साक्ष्य बरामद हुए हैं, जिनसे इस अवैध गतिविधि की पुष्टि होती है।
गिरोह के सदस्यों का नेटवर्क काफी फैला हुआ था। दिल्ली और पश्चिम बंगाल इनके प्रमुख संचालन केंद्र थे, जहां से ये पूरे भारत में अपने धर्मांतरण गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। वहीं, बांग्लादेश से लिंक मिलना यह दर्शाता है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट हो सकता है, जो सीमा पार से अपनी गतिविधियां चला रहा था।
गाजवा-ए-हिंद जैसे संगठन से जुड़ना इस मामले को और भी संवेदनशील बना देता है, क्योंकि यह संगठन भारत में इस्लामिक वर्चस्व स्थापित करने और गजवा-ए-हिंद के ऐतिहासिक और राजनीतिक संदर्भों को पुनर्जीवित करने के विचारों का समर्थन करता है। इस तरह के कनेक्शन से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि अवैध धर्मांतरण अक्सर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों से जुड़े हो सकते हैं।
यूपी एटीएस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस गिरोह के सभी सदस्यों और उनके पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाया जा सके। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि कितने लोगों का धर्मांतरण किया गया है और उन्हें कैसे प्रलोभित या मजबूर किया गया। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब देश में अवैध धर्मांतरण और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को लेकर सख्त कानून बनाए जा रहे हैं।
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