Punjab Police : तरन तारन फेक एनकाउंटर,32 साल बाद पूर्व SSP, DSP सहित 5 पुलिस अधिकारियों को उम्रकैद
- by Archana
- 2025-08-04 17:05:00
News India Live, Digital Desk: पंजाब के तरन तारन में 32 साल पहले हुए एक बहुचर्चित फेक एनकाउंटर मामले में एक विशेष सीबीआई अदालत ने तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) भूपिंदरजीत सिंह, पुलिस उपाधीक्षक (DSP) देवेंद्र सिंह, इंस्पेक्टर सुबा सिंह, ASI गुलबर्ग सिंह और ASI रघुबीर सिंह सहित पांच पूर्व पुलिस अधिकारियों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। यह मामला 1993 का है, जब तरन तारन पुलिस पर सात युवकों की फर्जी मुठभेड़ में हत्या करने का आरोप लगा था।
अदालत ने इन सभी दोषी अधिकारियों को आपराधिक साजिश, हत्या, सबूत नष्ट करने और रिकॉर्ड में हेरफेर करने का दोषी पाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार, पुलिस ने कुछ SPOs (स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स) को पकड़ा, उनसे यातनाएं दीं और फिर उन्हें दो मुठभेड़ों में मारे जाने का मामला दिखाया। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 1999 में नरेंदर कौर की शिकायत पर मामला दर्ज किया था, जिनके पति SPO शिंदर सिंह को एक लावारिस लाश के रूप में दाह संस्कार किया गया था।
जांच में यह बात सामने आई कि पुलिसकर्मियों ने एक लूट के मामले में कुछ लोगों से कबूलनामे उगलवाने के लिए उन्हें अवैध रूप से हिरासत में रखा और यातनाएं दीं। बाद में, पुलिस ने उन्हें नक्सली बताकर या मुठभेड़ में मारे जाने का झूठा सबूत तैयार कर दिया। अदालत के फैसले में इन पुलिस अधिकारियों द्वारा बनाए गए फर्जी सबूतों और गलत आख्याओं पर प्रकाश डाला गया, जिससे स्पष्ट होता है कि आरोपियों ने पीड़ितों की हत्या को मुठभेड़ का रूप देने का प्रयास किया था। इन अपराधों में दोषी पाए गए पांचों पूर्व पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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