दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी की कीमतें दोगुनी: जानिए रिपोर्ट के अहम पहलू और निवेश की संभावनाएं

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दिल्ली-एनसीआर रियल एस्टेट मार्केट में इस समय जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है, जहां पिछले कुछ वर्षों में संपत्ति की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। हाल ही में जारी कई रिपोर्ट्स से पता चलता है कि इस क्षेत्र में प्रॉपर्टी की औसत कीमतें पिछले पाँच सालों में लगभग 81% तक बढ़ चुकी हैं, जिससे यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एक निवेश हॉटस्पॉट बन चुका है। खासकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और दिल्ली के प्रमुख हिस्से इस उछाल के केंद्र में हैं।

लंबे समय में कीमतों का ऐतिहासिक उछाल

2020 की तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में औसत प्रॉपर्टी कीमतें लगभग ₹4,580 प्रति वर्ग फुट थीं, जो 2025 की पहली तिमाही में बढ़कर ₹8,300 प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई हैं। यह उछाल सिर्फ आंकड़ों में ही नहीं, बल्कि बाजार की असली मांग, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, और आवासीय परियोजनाओं की गुणवत्ता में भी देखा जा सकता है।

ग्रेटर नोएडा में 98% की जबरदस्त वृद्धि दर्ज हुई, जहां कीमतें ₹3,340 से बढ़कर ₹6,600 प्रति वर्ग फुट हो गईं।

नोएडा में भी 92% की वृद्धि हुई, कीमत ₹4,795 से ₹9,200 प्रति वर्ग फुट तक पहुंची।

गुरुग्राम ने 84% की वृद्धि देखते हुए कीमत को लगभग ₹6,150 से ₹11,300 प्रति वर्ग फुट तक ले जाया।

दिल्ली में कीमतों में 38% का स्थिर लेकिन महत्वपूर्ण इजाफा हुआ, जो अब ₹18,200 से बढ़कर ₹25,200 प्रति वर्ग फुट है।

कीमतों में वृद्धि के पीछे के कारण

सुधरी हुई कनेक्टिविटी: द्वारका एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस, और दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर जैसे बुनियादी विकास ने इन इलाक़ों को आवासीय और निवेश के लिहाज से बहुत आकर्षक बना दिया है।

प्रशासनिक सुधार: रेरा (RERA) कानून और अन्य सरकारी नीतियों ने खरीदारों के अधिकारों की सुरक्षा की है, जिससे बाजार में भरोसा बना है।

लाइफस्टाइल व डिमांड: नए खरीदार अब मात्र घर ही नहीं, बेहतर जीवनशैली, स्मार्ट होम सुविधाएं, और पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन को महत्व देते हैं।

नए प्रोजेक्ट्स में लगतार निवेश: विश्वस्तरीय बिल्डर जैसे DLF, Godrej, और M3M ने प्रीमियम और लक्ज़री आवासीय परियोजनाएं लॉन्च की हैं जिनकी मांग तेज़ी से बढ़ रही है।

प्रॉपर्टी बाजार की स्थिति और मांग

दिल्ली-एनसीआर में लक्ज़री घरों की बिक्री में भी 2025 की पहली छमाही में 9% की बढ़ोतरी हुई है।

अनसोल्ड स्टॉक (बिक्री से बचे फ्लैट्स) में 5 वर्षों में 51% की कमी आयी है, जो यह दिखाता है कि घर बिक रहे हैं और बाजार सक्रिय है।

नोएडा में अनसोल्ड स्टॉक्स में सबसे तेज़ 72% की गिरावट आई है, जबकि गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी यह क्रमशः 58% और 56% रही।

निवेश और घर खरीदने वालों के लिए सुनहरा अवसर

आज के समय में दिल्ली-एनसीआर के कई माईक्रो मार्केट्स जैसे सिडार्थ विहार (गाजियाबाद) और सेक्टर 150 (नोएडा) तेजी से उभर रहे हैं, जो स्मार्ट निवेश के लिए उपयुक्त हैं।

निवेशक लक्ज़री प्रॉपर्टी में रुचि दिखा रहे हैं क्योंकि ये प्रोजेक्ट्स बेहतर रिटर्न के साथ जीवनशैली में सुधार भी प्रदान करते हैं।

विदेशी निवेशक, एनआरआई और उच्च आय वर्ग के ग्राहक भी यहां प्रीमियम और सुपर-लक्ज़री प्रॉपर्टी में निवेश कर रहे हैं।

भावनात्मक और सामाजिक प्रभाव

दिल्ली-एनसीआर की बढ़ती प्रॉपर्टी कीमतें न केवल निवेशकों के लिए लाभकारी हैं, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास और रोजगार के नए मौके भी लेकर आई हैं। नई बुनियादी सुविधाओं, बेहतर सड़क नेटवर्क और बेहतर जीवनस्तर ने लोगों के घर खरीदने के फैसले को समर्थ बनाया है, जिससे परिवारों की खुशहाली बढ़ी है।

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