Powerful Mantras : क्या आपका बच्चा पढ़ाई में मन नहीं लगा पाता? ये आसान मंत्र बढ़ाएंगे उसकी एकाग्रता और याददाश्त

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News India Live, Digital Desk: आज की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में बच्चों के लिए एक जगह टिककर बैठना और किसी चीज़ पर ध्यान लगाना एक बड़ी चुनौती बन गया है. मोबाइल, वीडियो गेम्स और सोशल मीडिया के इस दौर में एकाग्रता की कमी एक आम समस्या है. अगर आपका बच्चा भी पढ़ाई से जी चुराता है, चीज़ें भूल जाता है या उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता, तो डांट-फटकार की जगह आप कुछ आसान और असरदार उपायों की मदद ले सकते हैं.

धार्मिक मान्यताओं और प्राचीन विज्ञान के अनुसार, कुछ ख़ास मंत्रों में ऐसी दिव्य ऊर्जा होती है, जो मन को शांत करने और एकाग्रता (Concentration) बढ़ाने में चमत्कारिक रूप से काम करती है. इन मंत्रों का नियमित जाप न केवल बच्चे के चंचल मन को स्थिर करता है, बल्कि उसकी याद रखने की शक्ति (Memory Power) को भी बढ़ाता है.

कौन से हैं वो शक्तिशाली मंत्र?

यहाँ तीन ऐसे बेहद सरल और प्रभावी मंत्र दिए गए हैं, जिन्हें आप अपने बच्चे की दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं:

1. गायत्री मंत्र (Gayatri Mantra)

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।

गायत्री मंत्र को वेदों का सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है. यह मंत्र न केवल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है, बल्कि बुद्धि को तेज़ और पवित्र भी बनाता है. रोज़ाना सुबह अपने बच्चे से 11 बार इस मंत्र का जाप करने के लिए कहें. इसकी लयबद्ध ध्वनि बच्चे के दिमाग को शांत करती है और उसकी ग्रहण करने की क्षमता को बढ़ाती है.

2. सरस्वती मंत्र (Saraswati Mantra)

ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै सरस्वत्यै नमः।

माता सरस्वती को ज्ञान, विद्या और कला की देवी माना जाता है. उनका यह बीज मंत्र बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यह मंत्र सीधे बच्चे की बुद्धि और विवेक पर काम करता है. पढ़ाई शुरू करने से पहले इस मंत्र का कुछ बार जाप करने से बच्चे का मन पढ़ाई में लगने लगता है और उसे मुश्किल विषय भी आसानी से समझ आने लगते हैं.

3. गुरु मंत्र (Guru Mantra)

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥

यह मंत्र बच्चे के मन में गुरु (शिक्षक) के प्रति सम्मान और सीखने की भावना को जगाता है. जब बच्चा अपने शिक्षकों का आदर करता है, तो वह उनकी सिखाई हुई बातों को ज़्यादा ध्यान से सुनता और समझता है. इस मंत्र का जाप बच्चे को एक अच्छा शिष्य बनाता है और उसकी सीखने की प्रक्रिया को बेहतर करता है.

कैसे कराएं इन मंत्रों का जाप?

  • सुबह का समय, जैसे नहाने के बाद या पढ़ाई शुरू करने से पहले, मंत्र जाप के लिए सबसे अच्छा होता है.
  • शुरुआत में बच्चे को साथ बैठकर मंत्र बोलना सिखाएं.
  • इसके लिए कोई ख़ास पूजा-पाठ की ज़रूरत नहीं है, बस एक शांत जगह पर बैठकर 5 मिनट के लिए जाप करना ही काफी है.
  • इसे एक आदत बनाएं, दबाव नहीं. धीरे-धीरे आप ख़ुद अपने बच्चे के व्यवहार और पढ़ाई में सकारात्मक बदलाव महसूस करेंगे.

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