Postpartum Recovery : हार्मोनल बदलाव का असर नहीं, अपनाएं ये आसान उपाय बाल झड़ने की समस्या होगी दूर
- by Archana
- 2025-08-01 14:21:00
News India Live, Digital Desk: Postpartum Recovery : नयी माँ बनना एक अद्भुत अनुभव होता है, लेकिन यह अक्सर शरीर में कई तरह के बदलाव भी लाता है, जिनमें से एक आम समस्या है प्रसवोत्तर बाल झड़ना। कई नई माँएं बच्चे के जन्म के कुछ महीनों बाद बालों के अत्यधिक झड़ने की समस्या से परेशान रहती हैं। हालाँकि, यह स्थिति चिंता का विषय हो सकती है, पर घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और कुछ असरदार उपायों से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
बालों के झड़ने का कारण
दरअसल, गर्भावस्था के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोनों का स्तर काफी बढ़ा हुआ रहता है। ये हार्मोन बालों को झड़ने से रोकते हैं और उन्हें लंबा व घना बनाए रखते हैं। सामान्य तौर पर, हर दिन हमारे कुछ बाल गिरते हैं, लेकिन गर्भावस्था के दौरान यह प्रक्रिया धीमी हो जाती है। प्रसव के बाद, इन हार्मोनों का स्तर तेजी से गिरता है, जिससे वे बाल जो सामान्य रूप से समय के साथ झड़ने वाले थे, एक साथ झड़ने लगते हैं। इसे टेलोजेन इफ्लुवियम (Telogen Effluvium) कहा जाता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर बच्चे के जन्म के दो से तीन महीने बाद शुरू होती है और अगले छह से बारह महीनों तक जारी रह सकती है, जिसके बाद बाल फिर से सामान्य रूप से उगने लगते हैं।
बाल झड़ने से रोकने के कारगर उपाय
संतुलित जीवनशैली, पौष्टिक आहार और सही देखभाल से आप इस दौरान अपने बालों को स्वस्थ रख सकती हैं।
संतुलित आहार: प्रसवोत्तर अवधि में आपके शरीर को तेजी से ठीक होने और बालों को मजबूत बनाने के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। अपने आहार में प्रोटीन, विटामिन (विशेष रूप से विटामिन ए, सी, डी, ई), आयरन, जिंक और बायोटिन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। दूध, दही, पनीर, अंडे, नट्स, बीज, हरी पत्तेदार सब्जियां, फल और दालें आपके आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा होनी चाहिए।
सिर की मालिश: जैतून का तेल, नारियल का तेल, बादाम का तेल या अरंडी के तेल से हफ्ते में एक या दो बार अपने स्कैल्प की धीरे-धीरे मालिश करें। यह स्कैल्प में रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जो बालों के विकास को प्रोत्साहित करने में मदद करता है।
बालों की सफाई और स्टाइलिंग: अपने बालों को नियमित रूप से एक सौम्य (mild) शैंपू और कंडीशनर से साफ करें। तंग जूड़े, चोटी या पोनीटेल बनाने से बचें क्योंकि इससे बालों पर खिंचाव पड़ता है। बालों को सुखाने के लिए ड्रायर या हीट स्टाइलिंग टूल्स का प्रयोग कम से कम करें।
घरेलू हेयर मास्क: दही, मेथी के दाने (रात भर भिगोकर पेस्ट बना लें), करी पत्ता, गुड़हल के फूल या अंडे से बने प्राकृतिक हेयर मास्क बालों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। ये बालों को पोषण देते हैं और उनकी मजबूती बढ़ाते हैं।
रासायनिक उत्पादों से बचाव: बालों को रंगने, स्ट्रेटनिंग या पर्मिंग जैसे कठोर रासायनिक उपचारों से बचें, क्योंकि ये बालों को और कमजोर कर सकते हैं।
धैर्य रखें: याद रखें कि प्रसवोत्तर बाल झड़ना एक अस्थायी चरण है। ज्यादातर महिलाओं में, प्रसव के 6-12 महीनों के भीतर बालों का झड़ना सामान्य हो जाता है और नए बाल फिर से उगने लगते हैं।
संतुलित जीवनशैली, पौष्टिक आहार और सही देखभाल से आप इस दौरान अपने बालों को स्वस्थ रख सकती हैं।
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