Pollution Havoc: शहरों में बढ़ती हवा की गंदगी बढ़ा रही है ब्रेन ट्यूमर का खतरा
News India Live, Digital Desk: Pollution Havoc: देश-दुनिया में बढ़ती शहरी आबादी और वायु प्रदूषण एक गंभीर चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। अब एक चौंकाने वाले अध्ययन में यह बात सामने आई है कि शहरों में रहने वाले लोगों के लिए यह ज़हरीली हवा केवल श्वसन संबंधी ही नहीं, बल्कि दिमाग़ी स्वास्थ्य के लिए भी बड़ा खतरा बन रही है। शोधकर्ताओं ने अपनी पड़ताल में वायु प्रदूषण और ब्रेन ट्यूमर के बीच एक खतरनाक संबंध उजागर किया है।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि वायु प्रदूषण में मौजूद महीन कण, जिन्हें PM2.5 के नाम से जाना जाता है, फेफड़ों से होते हुए रक्तप्रवाह और अंततः दिमाग़ तक पहुंच सकते हैं। ये छोटे कण दिमाग़ में सूजन पैदा कर सकते हैं, तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान पहुँचा सकते हैं और दिमाग़ी कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि को बढ़ावा दे सकते हैं, जो ब्रेन ट्यूमर के विकास का कारण बन सकता है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि केवल ब्रेन ट्यूमर ही नहीं, बल्कि अल्ज़ाइमर, पार्किंसंस और स्ट्रोक जैसी कई अन्य दिमाग़ी बीमारियों से भी वायु प्रदूषण का गहरा संबंध हो सकता है। वाहनों से निकलने वाला धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन और निर्माण गतिविधियों से उड़ने वाली धूल-मिट्टी PM2.5 के प्रमुख स्रोत हैं। शहरी क्षेत्रों में इन स्रोतों की अधिकता के कारण प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक सीमा तक बढ़ जाता है, जिससे शहरों में रहने वाले लोग सीधे तौर पर इसके हानिकारक प्रभावों के संपर्क में आते हैं।
इस अध्ययन ने एक बार फिर वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और शहरों को रहने लायक बनाने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया है। अपने स्वास्थ्य को बचाने के लिए हम सभी को व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर इस दिशा में प्रयास करने होंगे, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में साँस ले सकें।
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