Political Decision : विधानसभा चुनाव से पहले BJP का बड़ा पेच झारखंड में अटकी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति मंथन जारी
News India Live, Digital Desk: भारतीय जनता पार्टी, जो देश की सबसे बड़ी राजनीतिक ताकतों में से एक है, इन दिनों अपने सांगठनिक पुनर्गठन में जुटी है। देश के विभिन्न राज्यों में लोकसभा चुनावों के बाद पार्टी ने अपने प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्तियाँ कर दी हैं, लेकिन झारखंड एक ऐसा अपवाद है जहाँ अभी तक नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लग पाई है। इस महत्वपूर्ण पद पर लगातार बनी हुई अनिश्चितता राज्य इकाई में एक प्रकार के खालीपन का अनुभव करा रही है और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
इस देरी के पीछे पार्टी के भीतर कई कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पार्टी आलाकमान किसी ऐसे नाम पर मुहर लगाना चाहता है जो न केवल सबको स्वीकार्य हो, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को मजबूत नेतृत्व प्रदान कर सके। यह भी संभव है कि केंद्रीय नेतृत्व विभिन्न नामों और जातीय समीकरणों पर गहराई से विचार कर रहा हो ताकि भविष्य की राजनीतिक बिसात बिछाते समय कोई गलती न हो। इस बीच, पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच एक प्रकार की अधीरता का माहौल है, क्योंकि कुछ ही महीनों में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव से पहले यह स्पष्ट और मजबूत नेतृत्व राज्य इकाई के लिए बेहद ज़रूरी है ताकि चुनाव रणनीति को सही तरीके से क्रियान्वित किया जा सके।
झारखंड इकाई की स्थिति अन्य राज्यों से भिन्न है जहाँ चुनावों के तुरंत बाद या जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए गए। इस विलंब से प्रदेश भाजपा के दैनिक सांगठनिक कार्यों और चुनाव संबंधी तैयारियों पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव पड़ सकता है। नेताओं के बीच कौन आगे रहेगा, इसे लेकर भी एक अंदरूनी खींचतान देखी जा सकती है। पार्टी को उम्मीद है कि जल्द ही यह तस्वीर साफ होगी और नए अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा, जो उन्हें आगामी चुनावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार कर सकेगी।
--Advertisement--