नेपाल में राजनीतिक संकट: काठमांडू में फंसे भारतीय, दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
जो लोग हमारे पड़ोसी देश नेपाल की खूबसूरत वादियों में घूमने गए थे, वे इस समय एक बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं। नेपाल में अचानक राजनीतिक हालात इतने बिगड़ गए हैं कि राजधानी काठमांडू समेत कई बड़े शहरों में उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं।
इस बवाल के बीच सैकड़ों भारतीय पर्यटक और नागरिक वहां फंस गए हैं और डर के साये में जी रहे हैं।
नेपाल में क्यों भड़की है यह आग?
नेपाल में यह पूरा विरोध प्रदर्शन 'नागरिकता विधेयक' को लेकर हो रहा है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि राष्ट्रपति इस विधेयक पर हस्ताक्षर करें, जबकि इसे लेकर देश में राजनीतिक मतभेद गहरा गया है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि प्रदर्शनकारी राजशाही वापस लाने की भी मांग कर रहे हैं। सड़कों पर भारी संख्या में प्रदर्शनकारी उतर आए हैं, जिससे सामान्य जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
भारतीयों पर क्या असर पड़ा है?
इस राजनीतिक संकट का सबसे बुरा असर पर्यटन पर पड़ा है।
- होटलों में कैद पर्यटक: जो भारतीय पर्यटक घूमने गए थे, वे विरोध प्रदर्शनों और जगह-जगह हो रही झड़पों के कारण अपने होटलों में ही रहने को मजबूर हैं।
- परिवहन ठप: प्रदर्शनों के कारण यातायात सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं, जिससे लोगों का एक जगह से दूसरी जगह जाना मुश्किल हो गया है।
- डर का माहौल: सड़कों पर हो रहे उपद्रव के कारण भारतीय नागरिकों में डर और अनिश्चितता का माहौल है।
भारतीय दूतावास ने उठाया बड़ा कदम
काठमांडू में फंसे भारतीयों की मदद के लिए भारतीय दूतावास (Indian Embassy) तुरंत हरकत में आ गया है। दूतावास ने एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर (+977-9851107021) जारी किया है।
सरकार ने नेपाल में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और किसी भी तरह की मदद के लिए तुरंत इस इमरजेंसी नंबर पर संपर्क करें। दूतावास लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और भारतीयों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
अगर आपका भी कोई परिचित या रिश्तेदार इस समय नेपाल में है, तो कृपया उन तक यह जानकारी और हेल्पलाइन नंबर ज़रूर पहुंचाएं।
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