PF खाताधारकों की हुई बल्ले-बल्ले! अब ज़रूरत पड़ने पर निकाल सकेंगे 100% पैसा, सारे मुश्किल नियम खत्म

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अगर आप भी एक नौकरीपेशा इंसान हैं, तो आपके प्रोविडेंट फंड (PF) से जुड़ी एक बहुत बड़ी और राहत भरी खबर आई है! कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने कुछ ऐसे ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जिनसे देश के 7 करोड़ से ज़्यादा PF खाताधारकों की ज़िंदगी पहले से कहीं ज़्यादा आसान होने वाली है।

PF का पैसा हमारा अपना होता है, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर उसे निकालना किसी महाभारत से कम नहीं था। ढेरों नियम, कागज़ी कार्यवाही और लंबा इंतज़ार... लेकिन अब यह सब बदलने वाला है।

सबसे बड़ी खुशखबरी: अब 100% तक पैसा निकालना हुआ मुमकिन!

यह अब तक का सबसे बड़ा बदलाव है। EPFO ने पैसा निकालने के नियमों को बेहद सरल बना दिया है।

  • पहले क्या था?: पहले पैसा निकालने के लिए 13 तरह के अलग-अलग और उलझाने वाले नियम थे, जिन्हें समझना हर किसी के बस की बात नहीं थी।
  • अब क्या है?: अब इन सभी नियमों को खत्म करके सिर्फ 3 आसान कैटेगरी बना दी गई हैं:
    1. घर की ज़रूरतें: जैसे पढ़ाई, शादी या किसी बीमारी का इलाज।
    2. घर बनाने का सपना: मकान खरीदने या बनाने के लिए।
    3. अचानक आई मुसीबत: जैसे कोई प्राकृतिक आपदा, महामारी या नौकरी चले जाना। सबसे बड़ी राहत: इस कैटेगरी में पैसा निकालने के लिए अब आपको कोई कारण बताने की ज़रूरत नहीं होगी!

इसका मतलब यह है कि अब आप जरूरत पड़ने पर अपने पीएफ खाते में जमा कुल राशि (अपने और कंपनी के हिस्से सहित) का 100% तक निकाल सकेंगे।

लेकिन रुकिए! एक छोटा सा पेंच भी है (और यह आपके ही भले के लिए है)

EPFO ने एक नया नियम जोड़ा है कि आपको अपने खाते में कम से कम 25% बैलेंस हमेशा बनाए रखना होगा। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि आपके बुढ़ापे के लिए भी कुछ पैसा बचा रहे और आपको PF पर मिलने वाले ऊंचे ब्याज (अभी 8.25%) का फायदा मिलता रहे।

और भी हैं राहतें:

  • कागज़ जमा करने का झंझट खत्म! पैसा निकालने की पूरी प्रक्रिया अब ऑनलाइन और ऑटोमेटिक होगी। आपको कोई भी डॉक्यूमेंट जमा करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
  • सिर्फ 12 महीने की नौकरी काफी: अब किसी भी तरह की आंशिक निकासी के लिए कम से कम नौकरी की शर्त को घटाकर सिर्फ 12 महीने कर दिया गया है।
  • शादी और पढ़ाई के लिए ज़्यादा पैसा: बच्चों की पढ़ाई और शादी जैसी ज़रूरतों के लिए पैसा निकालने की लिमिट को भी काफी बढ़ा दिया गया है।

कुल मिलाकर, EPFO ने अपने नियमों को इतना सरल बना दिया है कि अब आपको अपने ही पैसे के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यह वाकई एक ऐतिहासिक और कर्मचारी-हितैषी फैसला है।

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