राजस्थान वालों हो जाओ तैयार दिसंबर शुरू होते ही टूटेगा सर्दी का रिकॉर्ड, कोहरे और शीतलहर का डबल अटैक

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News India Live, Digital Desk : अभी तक हम और आप जिस "गुलाबी सर्दी" (Mild Winter) का मज़ा ले रहे थे वो सुबह की हल्की धूप और रात की मीठी-मीठी ठंड अब वो दौर जाने वाला है। अगर आपने अभी तक अपने मोटे कम्बल, रजाई और जैकेट संदूक (Box) से नहीं निकाले हैं, तो अब देर मत कीजिये। क्योंकि राजस्थान में मौसम अब करवट बदलने वाला है।

मौसम विभाग (IMD) ने साफ संकेत दे दिए हैं कि दिसंबर (December) की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में सर्दी अपना असली और रौद्र रूप दिखाने वाली है।

क्या कहता है मौसम विभाग?

नवंबर का महीना खत्म होने को है और जाते-जाते इसने सर्दी बढ़ा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, उत्तर भारत के पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी (Snowfall) का सीधा असर मैदानी इलाकों पर पड़ने लगा है। ठंडी हवाएं अब राजस्थान में डेरा डालेंगी।

मौसम केंद्र जयपुर ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। यानी रातें अब और ज्यादा सर्द होने वाली हैं। खासकर शेखावटी क्षेत्र (चूरू, सीकर, झुंझुनूं) में पारा जमाव बिंदु (Freezing Point) की तरफ बढ़ सकता है। माउंट आबू में तो वैसे भी बर्फ जमने के आसार बनने लगे हैं।

कोहरे का 'लॉकडाउन' (Fog Alert)

सिर्फ ठंड ही नहीं, बल्कि घना कोहरा (Dense Fog) भी आपकी मुसीबतों को बढ़ाने वाला है। सुबह के समय दृश्यता (Visibility) इतनी कम हो सकती है कि हाईवे पर 10 मीटर दूर का भी देखना मुश्किल हो जाए।
विभाग ने ड्राइवरों को खास सलाह दी है कि अगर सुबह या देर रात सफ़र कर रहे हैं, तो गाड़ी की फोग लाइट्स (Fog Lights) का इस्तेमाल करें और रफ़्तार धीमी रखें। हनुमानगढ़, गंगानगर और बीकानेर जैसे सरहदी इलाकों में कोहरा सबसे ज्यादा परेशान कर सकता है।

बच्चों और बुजुर्गों का रखें ख्याल

दिसंबर की सर्दी को 'हड्डी तोड़ने वाली सर्दी' कहा जाता है। ऐसे में सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और घर के बुजुर्गों को होता है। डॉक्टर भी सलाह दे रहे हैं कि कान और छाती को ढंक कर रखें और ठंडी चीजों से परहेज करें। सुबह की सैर पर जाने वाले लोग थोड़ा एहतियात बरतें, क्योंकि ये ठंडी हवाएं बीमार कर सकती हैं।

शादी-ब्याह में खलल?

राजस्थान में इन दिनों शादियों का सीजन (Wedding Season) भी जोरों पर है। खुली जगहों पर हो रहे आयोजनों में सर्दी मेहमानों की 'कुल्फी' जमा सकती है। अगर आपके घर भी कोई प्रोग्राम है, तो हीटर या अलाव का इंतजाम जरूर रखें।

कुल मिलाकर बात ये है कि सर्दी अब 'मेहमान' नहीं बल्कि 'घर की सदस्य' बनकर अगले दो-तीन महीने रहने वाली है। चाय की चुस्कियों के साथ इस मौसम का मज़ा लीजिये, लेकिन अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए!

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