PCOS,PCOD: सिर्फ अनियमित पीरियड्स ही नहीं, जानिए ये लक्षण और जोखिम जो आपको भी कर सकते हैं प्रभावित
नई दिल्ली: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) या पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (PCOD) एक जटिल हार्मोनल विकार है जो दुनिया भर में लाखों महिलाओं को प्रभावित करता है। यह सिर्फ अनियमित पीरियड्स की समस्या नहीं है, बल्कि इसके कई छिपे हुए लक्षण और जोखिम कारक भी हो सकते हैं, जिनके बारे में हर महिला का जागरूक होना बहुत ज़रूरी है।
Moneycontrol.com पर प्रकाशित एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, PCOS के कुछ प्रमुख लक्षण और इससे जुड़े जोखिमों पर प्रकाश डाला गया है:
PCOS के मुख्य लक्षण:
अनियमित पीरियड्स: यह PCOS का सबसे आम संकेत है। इसमें पीरियड्स का देर से आना, जल्दी आना, बहुत कम या बहुत ज्यादा होना, या बिल्कुल बंद हो जाना शामिल है।
वजन बढ़ना: कई महिलाओं को PCOS के कारण वजन बढ़ने या वजन कम करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। पेट के आसपास चर्बी जमा होना इसका एक प्रमुख लक्षण है।
एक्ने ( मुंहासे): हार्मोनल असंतुलन के कारण चेहरे, पीठ या छाती पर गंभीर मुंहासे हो सकते हैं, जो सामान्य इलाज से ठीक नहीं होते।
बालों का अत्यधिक बढ़ना (Hirsutism): महिलाओं के चेहरे पर (ऊपरी होंठ, ठुड्डी), छाती पर या पीठ पर पुरुष हार्मोन (एंड्रोजन) के बढ़ने के कारण असामान्य रूप से बाल उग सकते हैं।
बालों का झड़ना: महिलाओं में DHT जैसे हार्मोनल असंतुलन के कारण बालों का पतला होना या झड़ने की समस्या (Female-pattern baldness) भी PCOS का लक्षण हो सकती है।
बांझपन (Infertility): ओव्यूलेशन (अंडाशय से अंडे का निकलना) में अनियमितता या इसके न होने से गर्भवती होने में कठिनाई हो सकती है।
त्वचा की समस्याएं: कुछ महिलाओं में त्वचा का काला पड़ना (acanthosis nigricans) या स्किन टैग्स (skin tags) विकसित हो सकते हैं, खासकर गर्दन, कांख और कमर पर।
डिप्रेशन और मूड स्विंग्स: हार्मोनल उतार-चढ़ाव का असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है, जिससे चिंता, अवसाद और मूड में अचानक बदलाव आ सकते हैं।
PCOS के जोखिम कारक:
जेनेटिक्स (Genetics): यदि परिवार में किसी को PCOS है, तो इसका खतरा बढ़ जाता है।
हार्मोनल असंतुलन: शरीर में एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) का स्तर बढ़ना।
मोटापा (Obesity): अतिरिक्त वजन, विशेष रूप से पेट के आसपास की चर्बी, PCOS के जोखिम को बढ़ाती है।
इंसुलिन प्रतिरोध Insulin Resistance: जब शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन का ठीक से उपयोग नहीं कर पातीं, तो रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जो PCOS से जुड़ा हुआ है।
जीवनशैली: तनाव, नींद की कमी और निष्क्रिय जीवनशैली भी PCOS को बढ़ावा दे सकती है।
यह समझना महत्वपूर्ण है कि PCOS का निदान और प्रबंधन एक व्यक्तिगत प्रक्रिया है। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव हो रहा है, तो डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे अच्छा है।
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