BSF के हत्थे चढ़ा पाकिस्तान का जासूस? जैसलमेर में बॉर्डर पार करते पकड़ा गया इकबाल
News India Live, Digital Desk : भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने एक बार फिर मुस्तैदी दिखाते हुए एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया है। राजस्थान के जैसलमेर जिले से लगती सीमा पर देर रात BSF के जवानों ने एक पाकिस्तानी नागरिक को बॉर्डर पार कर भारतीय सीमा में घुसते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। पकड़े गए घुसपैठिये की पहचान इकबाल के रूप में हुई है और उसने जो शुरुआती पूछताछ में बताया है, उसने खुफिया एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। उसने कहा है कि वह बिहार जा रहा था।
देर रात, कंटीली फेंसिंग के नीचे से कर रहा था घुसपैठ
यह घटना जैसलमेर जिले की शाहगढ़ बल्ज सीमा क्षेत्र की है, जो अपने चुनौतीपूर्ण रेतीले धोरों के लिए जाना जाता है। BSF की 12वीं बटालियन के जवान गुरुवार देर रात सीमा पर गश्त कर रहे थे। चारों तरफ घना अंधेरा था और कड़ाके की ठंड। तभी, जवानों को बॉर्डर पिलर नंबर 654/2-S के पास लगी कंटीली तारबंदी (फेंसिंग) के नीचे कुछ हलचल महसूस हुई।
अलर्ट जवानों ने जब पास जाकर देखा, तो एक व्यक्ति फेंसिंग के नीचे से रेत हटाकर सुरंग जैसा रास्ता बनाकर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा था। जवानों ने उसे तुरंत ललकारा और आत्मसमर्पण करने को कहा, जिसके बाद उसे धर दबोचा गया।
पास से नहीं मिला कुछ भी संदिग्ध
जब BSF ने उसकी तलाशी ली, तो उसके पास से ऐसा कोई संदिग्ध सामान, जैसे हथियार या ड्रग्स, बरामद नहीं हुआ। उसके पास न तो कोई पासपोर्ट था और न ही कोई वीजा। वह सिर्फ एक साधारण नागरिक की तरह दिख रहा था। लेकिन जब उससे पूछा गया कि वह भारत क्यों आया है और कहां जा रहा है, तो उसका जवाब चौंकाने वाला था।
क्यों आना चाहता था बिहार? एजेंसियां जुटीं जांच में
पूछताछ में उसने अपना नाम इकबाल बताया और कहा कि वह पाकिस्तान का रहने वाला है और यहां से बिहार जाना चाहता था। एक पाकिस्तानी नागरिक का हजारों किलोमीटर दूर रेगिस्तान के रास्ते घुसपैठ करके बिहार जाने का इरादा अपने आप में बेहद संदिग्ध है।
- बिहार में उसका क्या काम था?
- वह किसी से मिलने जा रहा था या किसी संगठन से जुड़ा है?
- कहीं वह किसी आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा तो नहीं?
- या फिर वह सिर्फ एक भटका हुआ आम नागरिक है?
इन सभी सवालों के जवाब तलाशने के लिए BSF ने इकबाल को संयुक्त पूछताछ केंद्र (JIC) को सौंप दिया है। अब सेना की खुफिया एजेंसियां, रॉ (RAW) और आईबी (IB) उससे सख्ती से पूछताछ कर रही हैं ताकि इस घुसपैठ के पीछे की असली मंशा का पर्दाफाश हो सके। एजेंसियों को शक है कि त्योहारों के मौसम में यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा भी हो सकता है।
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