23 जुलाई 2025: बुधवार का पंचांग - जानें शुभ-अशुभ समय और मासिक शिवरात्रि का महत्व
अगर आप अपने दिन की शुरुआत शुभ मुहूर्त में करना चाहते हैं या किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को सही समय पर निपटाना चाहते हैं, तो कल यानी 23 जुलाई 2025, बुधवार का पंचांग जानना आपके लिए उपयोगी होगा। यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है, जिसे मासिक शिवरात्रि के रूप में भी मनाया जाता है।
आइए जानते हैं कल के पंचांग की मुख्य बातें:
तिथि: कल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। यह तिथि 24 जुलाई की सुबह लगभग 6:03 बजे तक रहेगी।
नक्षत्र: दिन की शुरुआत पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगी, जो सुबह लगभग 6:19 बजे तक रहेगा। इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा।
योग: कल के दिन सिद्धि योग सुबह 8:25 बजे तक रहेगा, जिसके बाद साध्य योग शुरू होगा।
करण: कौलव करण सुबह 7:09 बजे तक रहेगा, जिसके बाद विष्टि (भद्रा) करण शुरू होगा, जो 24 जुलाई की सुबह 6:03 बजे तक रहेगा।
मासिक शिवरात्रि का महत्व:
श्रावण मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। इस मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने और व्रत रखने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन के कष्ट दूर होते हैं।
शुभ समय (Shubh Muhurat):
किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए कल का शुभ समय इस प्रकार है:
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:05 बजे से 4:49 बजे तक।
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:01 बजे से 12:54 बजे तक।
अमृत काल: दोपहर 1:22 बजे से 2:53 बजे तक।
राहुकाल (Rahu Kaal):
किसी भी महत्वपूर्ण या नए कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए। कल राहुकाल का समय दोपहर 12:30 बजे से 2:15 बजे तक रहेगा।
इस जानकारी के साथ, आप अपने कल के दिन की योजना बेहतर तरीके से बना सकते हैं और शुभ समय का लाभ उठा सकते हैं।
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