Ola Uber Rapido drivers' strike in Mumbai: क्यों रुक गई सपनों की नगरी की रफ्तार

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News India live, Digital Desk :Ola Uber Rapido drivers' strike in Mumbai:  मुंबई, जिसे 'सपनों की नगरी' और 'कभी न रुकने वाला शहर' कहा जाता है, इन दिनों गतिरोध का सामना कर रहा है। यहाँ ओला (Ola), उबर (Uber) और रैपिडो (Rapido) जैसे एग्रीगेटर टैक्सी और ऑटो रिक्शा के ड्राइवर्स ने एक बड़ी हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल ने मुंबई के जनजीवन को काफी हद तक प्रभावित किया है, खासकर उन लोगों को जो रोजाना आने-जाने के लिए इन ऐप-आधारित सेवाओं पर निर्भर रहते हैं। आखिर क्या है इस हड़ताल की मुख्य वजह, जो सड़कों से ये गाड़ियां गायब कर रही है?

हड़ताल की मुख्य वजह: घटती कमाई और बढ़ता कमीशन
ड्राइवर्स का आरोप है कि ऐप-आधारित कंपनियां (ओला, उबर, रैपिडो) उनसे जरूरत से ज़्यादा कमीशन वसूल रही हैं, जिसके कारण उनकी दैनिक कमाई बहुत कम हो गई है। उनके अनुसार:

ड्राइवर्स की मुख्य मांगें:
ड्राइवर्स एसोसिएशन की प्रमुख मांगें निम्नलिखित हैं:

यात्रियों पर असर:
इस हड़ताल का सबसे बुरा असर मुंबई के आम यात्रियों पर पड़ा है। लाखों लोग रोजाना आवागमन के लिए ओला, उबर और रैपिडो पर निर्भर रहते हैं।

यह हड़ताल गिग इकोनॉमी के बढ़ते मॉडल में श्रमिक अधिकारों और प्लेटफॉर्म कंपनियों की जिम्मेदारियों पर एक बड़ी बहस को फिर से शुरू करती है। ड्राइवर्स और कंपनियों के बीच यह गतिरोध कब सुलझता है, यह देखने वाली बात होगी, लेकिन फिलहाल इसका खामियाजा मुंबई के आम लोगों को उठाना पड़ रहा है।

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