फिलीपींस में भूकंप का 'अक्टूबर' महीना: एक के बाद एक शक्तिशाली झटकों से कांपी धरती, दहशत में लोग
फिलीपींस के लिए यह महीना प्राकृतिक आपदा के लिहाज से बेहद भारी गुजर रहा है. देश के दक्षिणी हिस्से मिंडानाओ में आज, यानी शुक्रवार (17 अक्टूबर), को एक बार फिर धरती शक्तिशाली भूकंप के झटकों से कांप उठी. एक महीने के भीतर यह तीसरा मौका है जब लोगों ने इस तरह के तेज झटके महसूस किए हैं.
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GZF) के अनुसार, आज सुबह स्थानीय समयानुसार 7:03 बजे आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 मापी गई. भूकंप का केंद्र जमीन के काफी नीचे, लगभग 90 किलोमीटर की गहराई पर था. झटके इतने तेज थे कि कई सेकंड तक धरती हिलती रही और घबराए हुए लोग तुरंत अपने घरों से बाहर निकल आए.
हालांकि, अभी तक इस ताजा भूकंप में किसी बड़े नुकसान या किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. स्थानीय अधिकारी लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं और आफ्टरशॉक्स की आशंका को देखते हुए निगरानी बनाए हुए हैं. यह भूकंप ठीक उस घटना के कुछ ही दिनों बाद आया है, जब इसी मिंडानाओ क्षेत्र में 7.5 तीव्रता का एक विनाशकारी भूकंप आया था.
अक्टूबर में भूकंप ने मचाई है तबाही
यह महीना फिलीपींस के लोगों के लिए डर और दहशत लेकर आया है.
- 10 अक्टूबर: इसी मिंडानाओ क्षेत्र में एक ही दिन में दो शक्तिशाली भूकंप आए थे, जिनमें से मुख्य झटके की तीव्रता 7.5 थी. इस भूकंप ने काफी नुकसान पहुंचाया था, जिसमें कई स्कूलों की इमारतें और एक अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए थे. इस घटना में कम से कम 7 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी.
- 1 अक्टूबर: इससे पहले महीने की शुरुआत में, मध्य फिलीपींस के सेबू प्रांत में 6.9 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस भूकंप के कारण कम से कम 19 लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे. कई शहरों में इमारतें और पुल भी क्षतिग्रस्त हुए थे.
क्यों कांप रही है फिलीपींस की धरती?
फिलीपींस में बार-बार आने वाले इन भूकंपों के पीछे की वजह है उसकी भौगोलिक स्थिति. यह देश प्रशांत महासागर के 'रिंग ऑफ फायर' (Ring of Fire) क्षेत्र में आता है. यह दुनिया का वह इलाका है जहां धरती की टेक्टोनिक प्लेटें सबसे ज्यादा सक्रिय हैं, जिसके कारण यहां दुनिया के सबसे ज्यादा भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट की घटनाएं होती हैं. फिलीपींस के भूकंप विज्ञान संस्थान के मुताबिक, अकेले इसी महीने में अब तक 600 से ज्यादा छोटे-बड़े झटके दर्ज किए जा चुके हैं.
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