रिटायरमेंट के बाद चिंता नहीं, SIP-SWP के दम पर हर माह ₹85,000 की गारंटीड इनकम
क्या आप भी रिटायरमेंट के बाद आय की अनिश्चितता से घबराते हैं? सोच रहे हैं कि जब नियमित सैलरी नहीं आएगी, तब रोज़मर्रा के खर्चे कैसे चलेंगे? यह चिंता हर किसी को सताती है। लेकिन, अब आपको परेशान होने की ज़रुरत नहीं है। आजकल, न केवल पारंपरिक पेंशन योजनाओं, बल्कि म्यूचुअल फंड की सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) और सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) के ज़रिए भी आप रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और आकर्षक मासिक आय का इंतज़ाम कर सकते हैं।
माना जाता है कि अगर आप अपनी पहली नौकरी लगने के साथ ही SIP शुरू कर दें, तो आप समय के साथ एक बड़ा खज़ाना बना सकते हैं। एक छोटा सा उदाहरण देखिए: यदि आप 30 साल की उम्र से हर महीने ₹5,000 की SIP शुरू करते हैं, और औसतन 12% सालाना रिटर्न प्राप्त करते हैं, तो 55 साल की उम्र तक, जब आप रिटायर होंगे, तब आपके पास एक ऐसा कोष (corpus) होगा जिससे आप अगले 26 वर्षों तक हर महीने ₹85,000 तक की नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं। आइए, इस जादुई गणित को समझते हैं!
SIP और SWP: वे साथी जो रिटायरमेंट को बनाएंगे बेफिक्र
SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान): यह म्यूचुअल फंड में निवेश का एक बेहद अनुशासित तरीका है। इसमें आप हर महीने एक तय छोटी राशि (जैसे ₹5,000) को म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, SIP औसतन 12% सालाना रिटर्न दे सकती है। इस नियमित निवेश से धीरे-धीरे आपका पैसा बढ़ता है और एक बड़ा फंड तैयार होता है।
SWP (सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान): यह SIP का ठीक उल्टा काम करता है। SWP में, आप पहले एकमुश्त (lump sum) राशि को म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, जो आपने SIP से जमा की हो। फिर, आप उस पैसे में से एक निश्चित आय (जैसे ₹85,000 प्रति माह) हर महीने, तिमाही या साल के आधार पर निकालते रहते हैं। रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए, पहले SIP से बड़ा फंड बनाया जाता है, फिर उस फंड को SWP में डाल दिया जाता है ताकि नियमित आय मिलती रहे।
₹5,000 की मंथली SIP आपको ₹85,000 प्रतिमाह कैसे दिलाएगी?
चलिए, इसे गणितीय रूप से देखें:
SIP के ज़रिए बड़ा फंड तैयार करना:
यदि आप 30 साल की उम्र से हर महीने ₹5,000 की SIP शुरू करते हैं।
और मान लेते हैं कि आपको औसतन 12% सालाना रिटर्न मिलता है।
25 वर्षों के बाद (यानी 55 साल की उम्र तक), आपका कुल जमा कोष लगभग ₹85,11,033 हो जाएगा।
इस कुल राशि में, आपकी अपनी निवेशित राशि केवल ₹15,00,000 (₹5,000 x 12 महीने x 25 साल) होगी।
जबकि, ₹70,11,033 आपका कमाया हुआ ब्याज या रिटर्न होगा
SWP के ज़रिए ₹85,000 प्रति माह आय:
अब, इस ₹85,11,033 की मोटी रकम को आप SWP के तहत म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं।
यहाँ भी, हम मानते हैं कि आपको 12% सालाना रिटर्न मिलता है।
इस हिसाब से, आप अगले 26 वर्षों तक हर महीने लगभग ₹85,000 की निश्चित आय प्राप्त कर सकते हैं।
इन 26 वर्षों के दौरान, आपको कुल आय के रूप में लगभग ₹2,65,20,000 मिलेंगे।
और सबसे अच्छी बात यह है कि 26 साल बाद भी आपके खाते में लगभग ₹4,48,870 बच जाएंगे
यह दर्शाता है कि कैसे एक अनुशासित और लंबी अवधि की SIP और SWP की रणनीति आपके रिटायरमेंट के बाद के जीवन को वित्तीय रूप से बेहद सुरक्षित और आरामदायक बना सकती है।
SIP-SWP रणनीति के अन्य फायदे:
जल्दी शुरुआत का महत्व: जितनी जल्दी आप SIP शुरू करते हैं, कम्पाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) का उतना ही ज्यादा फायदा मिलता है। 30 की उम्र से शुरू करना एक बहुत अच्छी रणनीति है।
बाजार के उतार-चढ़ाव का औसत: SIP में आप हर महीने निवेश करते हैं, जिससे बाजार के उतार-चढ़ाव का असर कम हो जाता है (Rupee Cost Averaging)।
वित्तीय अनुशासन: यह आपको नियमित रूप से बचत करने की आदत डालता है, जो भविष्य के लिए बहुत ज़रूरी है[6]।
लक्ष्य-आधारित योजना: SIP बच्चों की शिक्षा, शादी, घर खरीदना या रिटायरमेंट जैसे किसी भी बड़े लक्ष्य को हासिल करने का एक प्रभावी तरीका है।
पैसे की किल्लत का समाधान: यह रिटायरमेंट के बाद आय के निश्चित स्रोत के रूप में काम आता है, जब नौकरी से आय बंद हो जाती है।
क्या आप जानते हैं?
SIP शुरू करने के लिए कोई 'सही' उम्र नहीं होती; जितनी जल्दी करें, उतना बेहतर।
SWP के ज़रिए आप इक्विटी, हाइब्रिड या डेट म्यूचुअल फंड से आय प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन कम जोखिम वाले फंड जैसे डेट या कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड से शुरुआत करना बेहतर है।
कई एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि अपनी आय का कम से कम 30% हिस्सा SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करें।
अगर आप 30 साल की उम्र से हर महीने ₹1000 की SIP 30 साल के लिए करते हैं, तो 12% रिटर्न के साथ करीब ₹10 लाख जमा हो सकते हैं।
यह योजना दर्शाती है कि थोड़ी सी समझदारी और अनुशासन के साथ, आपकी छोटी सी मासिक बचत भी आपके रिटायरमेंट के बाद के जीवन को सुनहरे दिनों में बदल सकती है।
--Advertisement--