यूपी में रफ़्तार की नई क्रांति दिल्ली, अयोध्या और काशी के बीच दौड़ेंगी बुलेट ट्रेनें, नक्शा बदलने की तैयारी शुरू

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News India Live, Digital Desk : अक्सर जब हम जापान या चीन की बुलेट ट्रेनों के वीडियो देखते हैं, तो दिल में एक ख्याल आता है "काश! हमारे यहाँ भी ऐसी ट्रेनें होतीं।" लेकिन अब लगता है कि वह 'काश' बहुत जल्द हकीकत में बदलने वाला है। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के कायाकल्प के लिए एक ऐसा प्लान तैयार किया है, जो अगर जमीन पर उतर गया, तो यूपी की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल जाएगी।

ताज़ा ख़बरों के मुताबिक, लखनऊ से अयोध्या और दिल्ली से वाराणसी (काशी) के बीच बुलेट ट्रेन चलाने का खाका खींचा जा रहा है।

हवाई जहाज की रफ़्तार, जमीन का मजा

सोचिए, आप दिल्ली में सुबह का नाश्ता करें और दोपहर का खाना वाराणसी के गंगा घाट पर खाएं, वह भी बिना फ्लाइट लिए। योगी सरकार के 'विजन 2047' (Vision 2047) डाक्यूमेंट में इसी सपने को सच करने की बात कही गई है। आवास विभाग और मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने मिलकर यह प्लान तैयार किया है।

इस प्लान का सबसे रोमांचक हिस्सा धार्मिक शहरों की कनेक्टिविटी है। राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में लखनऊ और अयोध्या के बीच हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन शुरू होने से भक्तों का सफर मिनटों में सिमट जाएगा। यह सिर्फ एक ट्रेन नहीं, बल्कि टाइम मशीन जैसा अनुभव होगा।

1000 किलोमीटर का मेगा नेटवर्क

बात सिर्फ एक-दो रूट की नहीं है। सरकार की मंशा यूपी में करीब 1000 किलोमीटर का हाई-स्पीड नेटवर्क बिछाने की है।
इसमें सिर्फ बुलेट ट्रेन ही नहीं, बल्कि रैपिड रेल (RRTS) का विस्तार भी शामिल है।

  • दिल्ली से वाराणसी बुलेट ट्रेन कॉरिडोर सबसे अहम होगा।
  • इसके अलावा मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, जेवर और यहाँ तक कि मिर्जापुर को भी फ़ास्ट कनेक्टिविटी से जोड़ने की योजना है।
  • प्रयागराज और काशी के बीच का सफर भी बेहद आसान हो जाएगा।

केंद्र सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव

फिलहाल यह प्लान राज्य स्तर पर तैयार हुआ है। इसे जल्द ही मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के रेलवे मंत्रालय (Ministry of Railways) के पास भेजा जाएगा। जैसे ही वहां से हरी झंडी मिलेगी, इस महा-प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा।

वैसे भी, जिस रफ़्तार से यूपी में एक्सप्रेसवे का जाल बिछा है, उसे देखकर लोगों को भरोसा है कि बुलेट ट्रेन का यह सपना भी सिर्फ़ कागज़ों में नहीं रहेगा। तो तैयार हो जाइये, क्योंकि आने वाले समय में "मुस्कुराइए आप यूपी में हैं" का मतलब होगा— “मुस्कुराइए, आप रफ़्तार के साथ यूपी में हैं!”

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