कुदरत का कहर जारी, बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से मचा हाहाकार, कई राज्यों में हाई अलर्ट
नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में मानसून की लगातार बारिश (Incessant monsoon rains) ने तबाही मचाई हुई है, खासकर पहाड़ी इलाकों में इसका असर सबसे ज़्यादा देखा जा रहा है। अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) को 3 अगस्त तक के लिए निलंबित (suspended) कर दिया गया है। खराब मौसम और भारी बारिश के कारण यात्रा मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके चलते बाल्टाल और पहलगाम दोनों ही यात्रा मार्गों (pilgrimage route) पर मरम्मत (repair and maintenance) का काम NDRF और SDRF द्वारा तेजी से किया जा रहा है।
इसके साथ ही, केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) भी लगातार तीसरे दिन भूस्खलन (landslides) के कारण स्थगित (suspended) है। मुख्य मार्गों पर मलबा जमा होने से यात्रियों (pilgrims) के फंसने की खबरें हैं। 450 से अधिक यात्रियों को ** NDRF** और SDRF की टीमों ने वैकल्पिक वन मार्गों (alternative forest routes) से सुरक्षित बाहर निकाला है और सोनप्रयाग (Sonprayag) तक लाया गया है। वहीं, सोनप्रयाग शिविर (Sonprayag camp) में 5,000 से ज़्यादा यात्रियों को ठहराया गया है।
दिल्ली का मौसम
मौसम विभाग ने अगले हफ्ते के लिए भारी बारिश (heavy rainfall) की भविष्यवाणी जारी की है। 2 अगस्त को दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बारिश (thunderstorms accompanied by rain) की उम्मीद है। इस दौरान, अधिकतम तापमान 35°C और न्यूनतम 25°C के आसपास रहने की संभावना है। 3 अगस्त को आसमान में बादल छाए रहेंगे और मध्यम बारिश (moderate rainfall) हो सकती है। अधिकतम तापमान 33°C और न्यूनतम 24°C रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने गुरुग्राम में भी भारी बारिश और गरज-चमक के लिए येलो अलर्ट (yellow alert) जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटना और भूस्खलन
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में शुक्रवार को लाहौल घाटी (Lahaul valley) में तीन बादल फटने (cloudburst incidents) की घटनाएं सामने आईं। टिंडी के पुह्रे नाला के पास बाढ़ (flooding) की रिपोर्ट है। यांगला घाटी और जिस्पा में भी बादल फटने से स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भागना पड़ा। कांगड़ा जिले में, भारी वर्षा (heavy rainfall) के कारण सात पशुशालाओं (cattle sheds) और दो घरों (houses) के ढहने की भी खबर है।
किरतपुर-मनाली चार-लेन राजमार्ग (Kiratpur-Manali four-lane highway) मंडी (Pandoh) और बिलासपुर (Samlaitu) के पास भूस्खलन (landslides) के कारण लगभग नौ घंटे तक अवरुद्ध (blocked) रहा, जिससे सैकड़ों वाहन (hundreds of vehicles) फंस गए।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बाढ़ का खतरा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार के लिए देहरादून (Dehradun), टिहरी (Tehri), पौड़ी (Pauri), रुद्रप्रयाग (Rudraprayag), नैनीताल (Nainital) और बागेश्वर (Bageshwar) जिलों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
वाराणसी (Varanasi) में, गंगा नदी (Ganga river) चेतावनी स्तर (warning mark) को पार कर श्री काशी विश्वनाथ धाम (Shri Kashi Vishwanath Dham) के गंगा द्वार में प्रवेश कर गई है। शहर की कुछ संकरी गलियों से नावों (boats) के चलने की खबरें हैं। प्रयागराज (Prayagraj) में, गंगा और यमुना नदियाँ (Ganga and Yamuna rivers) खतरे के निशान (danger mark) से ठीक नीचे बह रही हैं। शहर की 14 बस्तियां और 44 आस-पास के गांव बाढ़ के पानी (floodwaters) से प्रभावित हैं।
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