National Harmony initiative: RSS प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिम नेताओं से की अहम मुलाकात
News India Live, Digital Desk: National Harmony initiative: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत ने दिल्ली में मुस्लिम समुदाय के कुछ प्रमुख नेताओं से एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसका उद्देश्य विभिन्न गलतफहमियों को दूर कर सामाजिक सद्भाव और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना था। यह बैठक लंबे समय से जारी RSS के प्रयासों का हिस्सा है, जिसके तहत वह समाज के हर तबके, विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय के साथ सीधे संवाद स्थापित करने की कोशिश कर रहा है।
दिल्ली के हरियाणा भवन में हुई इस मुलाकात में मोहन भागवत के साथ मुस्लिम समुदाय से पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मौजूद था। इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी, दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति जमीर उद्दीन शाह, समाज सेवी सैफ महमूद और प्रमुख व्यापारी सईद शेरवानी जैसे वरिष्ठ नेता और बुद्धिजीवी शामिल थे। बातचीत राष्ट्रीय हितों को साधने और दोनों समुदायों के बीच समझ और विश्वास को मजबूत करने पर केंद्रित रही।
बताया गया कि बैठक में देश के सांप्रदायिक सौहार्द को लेकर वर्तमान स्थिति और दोनों समुदायों के बीच मौजूद आशंकाओं पर भी खुलकर विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान राष्ट्रीय हित में सद्भावना बढ़ाने और एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। मोहन भागवत ने कई बार सार्वजनिक मंचों से यह बात कही है कि हिंदुत्व का अर्थ सभी को साथ लेकर चलना है, और मुस्लिम समुदाय भी भारत का ही एक अभिन्न अंग है। उनकी यह बैठक इसी सोच को जमीन पर उतारने का प्रयास मानी जा रही है।
संघ प्रमुख द्वारा मुस्लिम समुदाय के नेताओं से इस तरह की सीधी बातचीत उनकी "संवेदनशील संवाद" की निरंतर कोशिश का हिस्सा है। इससे पहले भी वह विभिन्न मुस्लिम बुद्धिजीवियों और धर्मगुरुओं से मिलते रहे हैं। इस तरह की बैठकों को अंतर-समुदायिक संबंधों में विश्वास बहाली और आपसी समझ विकसित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। इसका लक्ष्य समाज में एकता और शांति स्थापित करना है।
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