Monsoon Session : संसद में गहराती तकरार और जनहित के मुद्दों पर अधूरी बहस

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News India Live, Digital Desk: Monsoon Session : भारतीय संसद के मॉनसून सत्र का आज दूसरा दिन है, और संभावना है कि सदन की कार्यवाही पहले दिन की तरह ही हंगामेदार रहेगी। सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच लगातार बढ़ रही तकरार से सदन के भीतर महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस मुश्किल हो रही है। कल, यानी सत्र के पहले दिन भी, लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में विपक्ष के कड़े विरोध के चलते कोई खास चर्चा नहीं हो पाई थी, जिसके बाद कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा।

विपक्षी दलों ने पहले दिन से ही सरकार को घेरने का अपना इरादा साफ कर दिया है। उनकी प्राथमिक मांगों में मणिपुर में हुई हिंसा, देश में लगातार बढ़ती महंगाई, युवाओं के बीच बढ़ती बेरोजगारी जैसे संवेदनशील मुद्दे शामिल हैं। इन पर तुरंत चर्चा कराने की मांग के साथ-साथ, 'ऑपरेशन सिंदूर' नामक किसी खास विषय पर भी बहस की मांग ने सरकार को बचाव की मुद्रा में ला दिया है। इसके अतिरिक्त, विपक्षी दल केंद्रीय एजेंसियों जैसे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कथित दुरुपयोग तथा कुछ सरकारी योजनाओं में पाई गई कथित अनियमितताओं पर भी जवाब मांग रहे हैं।

दूसरी ओर, सरकार ने अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कहा है कि वह सभी प्रकार के विषयों पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है, बशर्ते वे संसदीय नियमों के दायरे में हों। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मीडिया से बात करते हुए यह भरोसा दिलाया कि सरकार संसद को सुचारु रूप से चलाने और जनता से जुड़े मुद्दों पर गंभीरता से विचार-विमर्श करने को प्रतिबद्ध है। आज दोनों सदनों में बिजनेस एडवाइजरी कमेटियों (BAC) की बैठकें होंगी, जहाँ आगे की कार्यवाही और किन विषयों पर बहस होगी, इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

यह स्पष्ट है कि संसद, जो देश की सर्वोच्च विधायी संस्था है और सार्वजनिक महत्व के मामलों पर बहस व समाधान का मुख्य मंच है, मौजूदा राजनीतिक खींचतान के कारण अपने उद्देश्य से भटकती दिख रही है। अब देखना यह होगा कि क्या आज संसद में वास्तविक चर्चा हो पाती है, या एक बार फिर जनहित के मुद्दे हंगामे की भेंट चढ़ जाएंगे।.

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