Magh month 2026 : नए साल में मोक्ष पाने की तैयारी, जानिए कब से शुरू होगा पुण्य का ये महीना
News India Live, Digital Desk : जैसे ही दिसंबर खत्म होता है और नए साल की शुरुआत होती है, हिंदू धर्म में आस्था की एक नई लहर दौड़ पड़ती है। हम बात कर रहे हैं माघ महीने (Magh Month) की। वो महीना, जब कपकपाती ठंड में भी भक्त सुबह 4 बजे उठकर ठंडे पानी से नहाना अपना सौभाग्य मानते हैं। साल 2026 आने वाला है, और इसके साथ ही माघ के पावन स्नान की तैयारियां भी शुरू होने वाली हैं।
अक्सर हमारे मन में सवाल होता है कि इस बार माघ कब से लगेगा और इस महीने में हमें क्या करना चाहिए ताकि साल भर घर में सुख-शांति बनी रहे। आइए, आज इसी पर खुलकर बात करते हैं।
कब से शुरू हो रहा है माघ 2026?
हिंदी पंचांग के अनुसार, नए साल 2026 की शुरुआत के साथ ही माघ की आहट हो जाएगी। आमतौर पर जब पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) आती है, तो उसी दिन से माघ स्नान का संकल्प लिया जाता है। 2026 में, जनवरी के पहले हफ्ते (संभावित रूप से 3 या 4 जनवरी के आसपास) से माघ मास का 'कृष्ण पक्ष' शुरू हो जाएगा और यह फरवरी की शुरुआत तक चलेगा।
असली माघ स्नान और कल्पवास की शुरुआत पौष पूर्णिमा के दिन से मानी जाती है।
क्यों खास है माघ का महीना?
पुरानी कहावत है— "माघ में जिसकी नींद टूटी, उसकी किस्मत जागी।"
धार्मिक मान्यताओं में कहा गया है कि माघ के महीने में देवता भी पृथ्वी पर आकर गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम (प्रयागराज) में निवास करते हैं। इसलिए इस महीने को 'मोक्ष का महीना' भी कहा जाता है। इस दौरान भगवान विष्णु (जिन्हें इस महीने माधव कहा जाता है) और सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है।
कल्पवास: एक कठिन तपस्या
आपने सुना होगा कि बहुत से लोग प्रयागराज जाकर 'कल्पवास' करते हैं। यह एक बहुत कठिन व्रत है। इसमें व्यक्ति को घर-परिवार के मोह से दूर रहकर, एक समय सादा भोजन करना होता है और ज़मीन पर सोना होता है। माना जाता है कि ऐसा करने से शरीर और आत्मा दोनों पवित्र हो जाते हैं।
अगर संगम नहीं जा सकते, तो घर पर क्या करें? (Rituals at Home)
ज़रूरी नहीं कि हर कोई गंगा किनारे जा सके। अगर आप शहर में फ्लैट में रहते हैं, तो भी माघ का पुण्य कमा सकते हैं:
- ब्रह्म मुहूर्त में स्नान: कोशिश करें कि सूरज निकलने से पहले नहा लें। नहाने के पानी में थोड़ा सा 'गंगाजल' और 'तिल' मिला लें।
- तुलसी पूजन: सुबह स्नान के बाद तुलसी जी के आगे घी का दीपक ज़रूर जलाएं।
- तिल का दान: माघ महीने में तिल (Sesame seeds) का बहुत महत्व है। तिल खाना और तिल का दान करना, दोनों ही पापों का नाश करता है।
- सात्विक भोजन: इस पूरे महीने मांस-मदिरा, प्याज़ और लहसुन से दूरी बनाए रखें। सादा खाना खायें, गुस्सा कम करें और झूठ बोलने से बचें।
माघ का महीना हमें अनुशासन सिखाता है। यह बताता है कि शरीर को थोड़ा कष्ट देकर (सर्दी में सुबह नहाकर) भी हम मन की शांति पा सकते हैं। तो 2026 में इस पवित्र महीने का स्वागत करने के लिए अभी से मन बना लीजिये।
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