Madhya Pradesh Police : ग्वालियर की इस अफसर ने जय श्री राम बोलकर भड़की भीड़ को यूं किया शांत

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News India Live, Digital Desk : अक्सर हम पुलिस अधिकारियों को सख्त कानून-व्यवस्था संभालते हुए देखते हैं, लेकिन कभी-कभी कुछ अधिकारी अपनी सूझबूझ और अनूठे तरीकों से ऐसी मिसाल कायम कर देते हैं, जो सबको हैरान कर जाती है. ऐसा ही एक बेहद दिलचस्प वाकया मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर से सामने आया है, जहां सीएसपी (शहर पुलिस अधीक्षक) हीना खान ने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए एक भड़की हुई भीड़ को न केवल नियंत्रित किया, बल्कि माहौल को शांतिपूर्ण भी बना दिया. ग्वालियर की महिला पुलिस अधिकारी हीना खान का यह अनोखा तरीका अब हर जगह चर्चा का विषय बन गया है.

दरअसल, यह घटना मकर संक्रांति के पावन अवसर पर घटी, जब शहर में झांकियों का एक विशाल जुलूस निकाला जा रहा था. मकर संक्रांति जुलूस ग्वालियर हमेशा की तरह खुशी और उत्साह का माहौल था, लेकिन कुछ छोटी बातों पर अचानक दो गुटों के बीच गरमागरमी हो गई. देखते ही देखते यह गर्मागर्मी तीखी बहस और नारेबाजी में बदल गई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई और भगदड़ जैसी हालत बनने लगी. भीड़ नियंत्रण के लिए मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद था, और वरिष्ठ अधिकारियों में पुलिस अधिकारी हीना खान भी शामिल थीं.

भीड़ लगातार एक धार्मिक नारे लगा रही थी और उत्तेजित हो रही थी. ऐसे मुश्किल हालात में, जहां आमतौर पर पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ सकता था, हीना खान ने एक अलग ही रास्ता अपनाया. उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों को इशारा किया और खुद भीड़ के बीच पहुंचकर, पूरे जोर-शोर से उसी नारे का जयघोष करने लगी, जो भीड़ लगा रही थी. भीड़ नियंत्रण की अनूठी तकनीक थी ये.

उनका यह अप्रत्याशित और मानवीय कदम किसी जादू से कम नहीं था. पुलिस अधिकारी को अपने साथ 'जय श्री राम' के नारे लगाते देख भीड़ एक पल को ठहर गई. लोगों को यह देखकर आश्चर्य हुआ और उन्हें लगा कि एमपी पुलिस का अनोखा तरीका लोगों की भावनाओं का सम्मान कर रहा है. धीरे-धीरे नारेबाजी कम होने लगी, लोगों का गुस्सा शांत हुआ और देखते ही देखते तनावपूर्ण माहौल पूरी तरह से काबू में आ गया. हीना खान ने सिर्फ ग्वालियर में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने में मदद नहीं की, बल्कि एक बड़ी हिंसा को भी टाल दिया.

हीना खान के इस बेजोड़ काम की न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि पूरे राज्य में खूब तारीफ हो रही है. उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने भी उनकी इस हीना खान की सूझबूझ और दूरदर्शिता भरी रणनीति की सराहना की है. सोशल मीडिया पर भी यह घटना खूब वायरल हुई है और लोग उन्हें रियल लाइफ सिंघम महिला अधिकारी कहकर बुला रहे हैं. यह घटना दिखाती है कि कभी-कभी मुश्किल हालातों से निपटने के लिए सिर्फ बल प्रयोग ही एकमात्र विकल्प नहीं होता, बल्कि समझदारी और मानवीय अप्रोच से भी बड़े संकट को टाला जा सकता है. महिला पुलिस अधिकारी का बहादुरी भरा काम अब पूरे पुलिस विभाग के लिए एक सीख बन गया है.

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