उत्तर प्रदेश में बड़ा विकास: 12 नए मेट्रो स्टेशन के साथ लखनऊ मेट्रो का विस्तार
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मेट्रो नेटवर्क में एक बड़ा विस्तार होने जा रहा है। केंद्रीय कैबिनेट ने हाल ही में लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के चरण-1बी (Phase-1B) को ₹5,801 करोड़ की लागत से मंजूरी दे दी है। इस नई योजना के तहत लखनऊ मेट्रो में 11.165 किलोमीटर लंबे नए कॉरिडोर में 12 नए मेट्रो स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें 7 भूमिगत (अंडरग्राउंड) और 5 एलिवेटेड स्टेशन होंगे।
नया फेज-1बी क्या लेकर आएगा?
इस फेज के शुरू होते ही लखनऊ मेट्रो का कुल नेटवर्क 34 किलोमीटर तक बढ़ जाएगा।
नया कॉरिडोर पूर्वी और पश्चिमी लखनऊ को जोड़ेगा, जिसमें चारबाग से वसंत कुंज तक का मार्ग शामिल है।
यह नया मार्ग लखनऊ के पुराने और सबसे घनी आबादी वाले इलाकों को मेट्रो से कनेक्ट करेगा, जहाँ अभी सार्वजनिक परिवहन की सुविधा कम है।
कॉरिडोर के प्रमुख स्टेशन होंगे: चारबाग, गौतम बुद्ध मार्ग, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल चौराहा, चौक, ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग और वसंत कुंज।
लखनऊ के व्यावसायिक केंद्रों जैसे अमीनाबाद, याहियागंज, पांडेयगंज, और चौक को मेट्रो से जोड़ा जाएगा। साथ ही किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी समेत स्वास्थ्य और पर्यटन स्थलों तक भी बेहतर पहुंच मिलेगी।
इस परियोजना की खासियतें और लाभ
पर्यावरण के अनुकूल यह परियोजना ट्रैफिक जाम को कम करने और कार्बन उत्सर्जन को घटाने में मदद करेगी।
लखनऊ के पुराने इलाकों की भीड़-भाड़ और यातायात की परेशानी में कमी आएगी।
बेहतर कनेक्टिविटी से यात्रियों का समय-बचाएगा, खासकर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस डिपो तक आसान पहुंच सुनिश्चित होगी।
स्थानीय व्यापार, पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
यह मेट्रो विस्तार शहर के आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी ढांचे के विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
परियोजना की प्रगति और योजना
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UPMRC) इसे केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त भागीदारी में क्रियान्वित करेगा।
निर्माण कार्य अगले पांच वर्षों में पूरा होने की योजना है।
टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, और परियोजना के लिए पहले से जरूरी अनुसंधान और डीपीआर तैयार किया जा चुका है।
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