MBBS Admission : NEET पास छात्रों की चमक सकती है किस्मत, 26 खाली सीटों के लिए मची होड़

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News India Live, Digital Desk : एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई करने का सपना देखने वाले छात्रों के लिए एक बहुत जरूरी खबर सामने आई है। ताज़ा अपडेट के मुताबिक, एमबीबीएस की 26 सीटें अभी भी खाली रह गई हैं (MBBS Vacant Seats) और इन्हें भरने के लिए प्रशासन अब ज्यादा वक्त बर्बाद नहीं करना चाहता।

इन सीटों पर दाखिले के लिए 'वॉक-इन' (Walk-in) की व्यवस्था की गई है। आसान भाषा में कहें तो, आपको सीधे निर्धारित जगह पर पहुंचकर एडमिशन की प्रक्रिया में हिस्सा लेना है। इसके लिए आपको ऑनलाइन लंबी-चौड़ी कतार या इंतज़ार में रहने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि यह प्रक्रिया 'आओ और मौका पाओ' की तर्ज पर होगी।

एडमिशन का आधार क्या होगा?
अब आपके मन में सवाल होगा कि क्या कोई भी जाकर एडमिशन ले सकता है? तो जवाब है- नहीं। यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी यानी ट्रांसपेरेंट रहेगी। एडमिशन का आधार आपकी NEET Rank ही होगी। जिन छात्रों की नीट रैंक बेहतर होगी, उन्हें इन खाली 26 सीटों पर पहले दावा करने का मौका मिलेगा। यह उन स्टूडेंट्स के लिए किसी 'गोल्डन चांस' से कम नहीं है, जो कुछ ही नंबरों या रैंक के अंतर से सरकारी या अच्छे प्राइवेट कॉलेज से चूक गए थे।

छात्रों को क्या करना चाहिए?
अगर आपकी नीट में अच्छी रैंक है और आप अभी तक खाली हाथ हैं, तो बिना देर किए अपने सभी ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स (Original Documents) उठाएं और एडमिशन स्थल पर पहुँचें। 'वॉक-इन' राउंड का मतलब ही होता है कि फैसले तुरंत लिए जाएंगे। अगर आप मौके पर मौजूद नहीं रहे, तो मेरिट लिस्ट में आपसे नीचे वाले छात्र को वह सीट मिल सकती है।

इस राउंड को अक्सर 'स्ट्रे वैकेंसी राउंड' (Stray Vacancy Round) या मॉप-अप के बाद का राउंड माना जाता है, जो मेडिकल काउंसलिंग की बिल्कुल आखिरी सीढ़ी होती है। इसलिए, अपनी फोटो, नीट स्कोर कार्ड, आधार कार्ड और अन्य जरूरी प्रमाण पत्र साथ रखना न भूलें।

आज ही क्यों है जरूरी?
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि इन सीटों के लिए आज ही प्रक्रिया अपनाई जा रही है। सीटें सीमित हैं (सिर्फ 26) और दावेदार ज्यादा हो सकते हैं। ऐसे में देरी करना आपको एक साल के लिए पीछे धकेल सकता है।

डॉक्टर बनने की राह में यह आखिरी कोशिश साबित हो सकती है, इसलिए आलस छोड़े और अपनी किस्मत आजमाने के लिए तुरंत निकल पड़ें।

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