Language controversy: सांसद निशिकांत दुबे ने ललकारा आपके कहने से अंग्रेजी नहीं बोलूंगा, विदेशी भाषा है ये

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News India Live, Digital Desk: Language controversy: भारत में भाषा विवाद का मुद्दा एक बार फिर गहराता नज़र आ रहा है. झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने संसद भवन में अंग्रेजी और भारतीय भाषाओं को लेकर जोरदार और मुखर बयान दिया, जिससे सदन में एक नई बहस छिड़ गई है. उन्होंने अपने इस धमाकेदार बयान का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर भी साझा किया है, जिसने भाषाई अस्मिता को लेकर एक व्यापक चर्चा छेड़ दी है.

निशिकांत दुबे का तीखा हमला: 'अंग्रेजी विदेशी भाषा है!'
सांसद निशिकांत दुबे सदन में 'ऑपरेशन सिंदूर' के मुद्दे पर अपनी बात रख रहे थे, तभी उन्होंने किसी टिप्पणी पर बरसते हुए कहा, "ये प्रॉब्लम लोकसभा का है, ये प्रॉब्लम मेरा नहीं है!" इसके बाद निशिकांत दुबे ने सीधा हमला करते हुए कहा, "आपके कहने से मैं अंग्रेजी नहीं बोलूंगा. अंग्रेजी विदेशी भाषा है!"

अंग्रेजी को विदेशी भाषा बताते हुए निशिकांत दुबे ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, "यदि आप तमिल बोलने के लिए कहते तो मुझे प्रसन्नता होती. आप अंग्रेजी बोलने के लिए कहते हैं, ये विदेशी भाषा है. यही मानसिकता है आप लोगों की." उन्होंने अपनी भारतीयता और भाषाई विविधता पर गर्व जताते हुए कहा, "कोई तमिल बोलने के लिए कहे, कोई बांग्ला बोलने के लिए कहे तो मुझे गर्व होता, क्योंकि ये हमारी भाषा है, भारतीय भाषा है. आप अंग्रेजी बोलने के लिए कह रहे हो."

एक्स पर वीडियो साझा कर दोहराई प्रतिबद्धता
सदन में अपनी बोली गई बात को सांसद निशिकांत दुबे ने 'एक्स' पर वीडियो शेयर करते हुए भी लिखा. उन्होंने अपने पोस्ट में स्पष्ट किया: "उन्होंने कहा अंग्रेज़ी में बोलिए. मैंने कहा नहीं, मैं हिंदी में बोलूंगा. मुझे हिंदी पर गर्व है. मुझे तमिल पर गर्व है. मुझे बंगाली, मराठी, हर भारतीय भाषा पर गर्व है. अंग्रेज़ी मेरी मजबूरी नहीं और न ही मेरी पहचान है. मेरी जुबान मेरे देश की मिट्टी से बनी है और मैं उसी में बोलना पसंद करता हूं."

निशिकांत दुबे का यह बयान एक बार फिर भाषाई वरीयता और राष्ट्रीय अस्मिता के मुद्दे को केंद्रीय विमर्श में ले आया है, जहाँ कई भारतीय नेता भारतीय भाषाओं को अधिक महत्व देने की वकालत कर रहे हैं, जबकि कुछ अन्य अंग्रेजी को वैश्विक संवाद के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं.

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