kidney stones : अगर आपको है यह समस्या तो मखाना खाने से बचें जानिए किसे नहीं खाना चाहिए

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Newsindia live,Digital Desk: मखाना यानी कमल के बीज का उपयोग भारत में पूजा और खाद्य सामग्री दोनों में खूब होता है खासकर नवरात्रि और अन्य व्रत के दिनों में इसे लोग खूब खाते हैं यह प्रोटीन फाइबर मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं इसे स्वास्थ्यवर्धक भी माना जाता है लेकिन कुछ खास लोगों को इसे खाने से बचना चाहिए नहीं तो इसके नुकसान झेलने पड़ सकते हैं मखाने को अपने डाइट में शामिल करने से पहले यह जानना ज़रूरी है कि कौन से लोग हैं जिन्हें मखाने का सेवन नहीं करना चाहिए

इन लोगों को मखाना खाने से बचना चाहिए

एक किडनी स्टोन की समस्या वाले
जिन लोगों को किडनी स्टोन यानी गुर्दे की पथरी की समस्या है उन्हें मखाना खाने से बचना चाहिए मखाने में कैल्शियम और मैग्नीशियम अधिक मात्रा में होते हैं जो पथरी के बनने या उसे बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं विशेषकर अगर पहले से ही ऑक्सालेट पत्थरों का इतिहास रहा हो हालांकि कैल्शियम और मैग्नीशियम दोनों स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं लेकिन इसकी अधिक मात्रा उन लोगों के लिए हानिकारक हो सकती है जिनकी गुर्दे में पथरी की संभावना है उन्हें इसके सेवन से बचने की सलाह दी जाती है ताकि उनकी स्वास्थ्य स्थिति खराब न हो

दो डायरिया या पेट संबंधी समस्या वाले
डायरिया या पेट की अन्य गंभीर समस्याओं से पीड़ित लोगों को भी मखाने का सेवन सीमित करना चाहिए मखाने में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और यह सामान्य रूप से पाचन के लिए अच्छा है लेकिन अत्यधिक सेवन से डायरिया से पीड़ित व्यक्ति में कब्ज या गैस जैसी समस्याएँ और बिगड़ सकती हैं अगर आपका पाचन तंत्र संवेदनशील है या आपको पेट से संबंधित कोई विकार है तो मखाना खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें

तीन ठंडे मौसम में या ठंडी प्रकृति वाले लोग
मखाना ठंडा माना जाता है इसका अर्थ यह है कि इसका शरीर पर शीतलन प्रभाव होता है ऐसे में ठंडी प्रकृति वाले या ठंड के मौसम में इसका अत्यधिक सेवन करना उन लोगों के लिए उचित नहीं है जिनकी प्रकृति वात और कफ है उन्हें सर्दियों के मौसम में इसे खाने से बचना चाहिए जिन लोगों को आसानी से जुकाम खांसी या फ्लू जैसी समस्याएँ हो जाती हैं उन्हें भी इसे खाने से सावधान रहना चाहिए क्योंकि इससे समस्या बढ़ सकती है इस कारण सर्दी जुकाम या खांसी की समस्या पैदा होती है मखाने का अधिक मात्रा में सेवन करने से व्यक्ति की शारीरिक स्थिति खराब हो सकती है इसलिए इसे संतुलित मात्रा में सेवन करें

इसके अतिरिक्त कुछ और बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है कि मखाना एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है लेकिन इसे किसी भी तरह के चिकित्सकीय सलाह या विशेषज्ञ की सलाह के बिना बड़ी मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए यदि आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी है या पहले से कोई बीमारी है तो मखाना खाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें बच्चों को भी मखाने देते समय सावधानी बरतनी चाहिए खासकर जब वे छोटे हों ताकि किसी भी प्रकार का दम घुटने का जोखिम न हो यह पोषक तत्वों से भरपूर है लेकिन इसका सेवन आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियों और चिकित्सक के परामर्श पर निर्भर करता है स्वस्थ शरीर के लिए सही खाना और उचित जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है

 

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