Khaalam a Treasure of Health: गर्म छाछ पीने के वो फायदे जो आपने कभी सोचे भी न होंगे

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News India Live, Digital Desk: Khaalam a Treasure of Health:  अक्सर हम छाछ को ठंडे रूप में पीते हैं, खासकर गर्मी के दिनों में शरीर को ठंडक देने के लिए। लेकिन क्या आपने कभी गर्म छाछ यानी 'खालम' का स्वाद चखा है? यह भारतीय रसोई की एक अनोखी और सदियों पुरानी परंपरा है, जो न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अनगिनत फायदों से भरी है। इसका नियमित सेवन आपके पाचन तंत्र को मज़बूत कर सकता है और शरीर को अंदर से पोषित कर सकता है। इसे बनाना भी बेहद आसान है।

खालम बनाने का तरीका:

इसे बनाने के लिए, सबसे पहले एक पैन में थोड़ा सा तेल या देसी घी गरम कर लें। इसमें थोड़ी सी राई (सरसों के दाने) और जीरा डालें। जब राई तड़कने लगे और जीरा भुन जाए, तो इसमें करी पत्ता, बारीक कटा अदरक और हरी मिर्च डालकर कुछ देर भूनें। अंत में, थोड़ी सी हींग (हींग, जो पाचन के लिए बहुत अच्छी है) और चुटकी भर हल्दी भी डाल दें। इन सभी मसालों को हल्का सा भूनने के बाद, इसमें मट्ठे (छाछ) को धीरे-धीरे मिलाएं। इस बात का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है कि छाछ को ज़्यादा नहीं पकाना है, वरना वो फट सकती है। इसे धीमी आंच पर बस गुनगुना करें। फिर स्वादानुसार नमक मिलाएं और आखिर में ताजे धनिये से गार्निश करके गरमागरम खालम का आनंद लें।

खालम के स्वास्थ्य लाभ:

यह गर्म छाछ आपके शरीर के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सबसे पहले, यह पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक बेहतरीन इलाज है। अगर आपको अपच, गैस, पेट फूलना या पेट में भारीपन जैसी शिकायतें रहती हैं, तो खालम आपको तुरंत राहत दे सकती है। यह आपके चयापचय (मेटाबॉलिज्म) को बढ़ावा देती है, जिससे भोजन का पाचन बेहतर तरीके से होता है और पोषक तत्व भी शरीर में अच्छे से अवशोषित हो पाते हैं।

इसके अलावा, खालम एक बेहतरीन प्रोबायोटिक पेय है, जिसका मतलब है कि यह आपके पेट में अच्छे बैक्टीरिया (गुड गट बैक्टीरिया) के विकास को बढ़ावा देती है। ये बैक्टीरिया आंतों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को भी मजबूत करते हैं। यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी मदद करती है, जिससे आपका शरीर अंदर से साफ और ऊर्जावान महसूस करता है।

गर्म छाछ पीने से आपको गर्मी के मौसम में 'लू' लगने से बचाव मिलता है और आपका शरीर हमेशा हाइड्रेटेड रहता है। भले ही इसे 'गर्म' कहा जाता है, पर आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर के भीतर पित्त दोष को शांत करती है, जिससे आंतरिक ठंडक महसूस होती है। यह सिर्फ एक स्वादिष्ट पेय ही नहीं, बल्कि विटामिन और खनिजों का भी एक उत्कृष्ट स्रोत है जो आपके समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तो इस अनोखे और स्वास्थ्यवर्धक पेय को आज ही अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं और इसके शानदार फायदों का अनुभव करें।

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