रीढ़ की हड्डी को रखें मजबूत और लचीला, ये 4 योगासन देंगे पीठ दर्द से राहत

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News India Live, Digital Desk: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और घंटों बैठे रहने (Sedentary lifestyle) की आदत के कारण पीठ दर्द (Back pain) एक आम समस्या बन गई है। हमारी रीढ़ की हड्डी (Spine) हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमें सीधा रखती है और हिलने-डुलने में मदद करती है। अगर रीढ़ की हड्डी स्वस्थ और लचीली न हो, तो जीवन की गुणवत्ता पर इसका बुरा असर पड़ सकता है।

योग (Yoga) का अभ्यास रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य (Spine Health) के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह न केवल दर्द से राहत दिलाता है, बल्कि रीढ़ की हड्डी को मजबूत (Strengthen spine) और लचीला (Flexible) बनाने में भी मदद करता है। यहां हम 4 ऐसे योगासन (Yoga Asanas) बता रहे हैं, जो आपकी पीठ के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं:

1. मार्जरीआसन (Marjaryasana) - बिल्ली की तरह खिंचाव

  • फायदे: यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, पीठ दर्द कम करता है और पेट के अंगों की मालिश करता है।
  • कैसे करें:
    • सबसे पहले चौपायों की मुद्रा (Tabletop position) में आएं - घुटनों और हथेलियों के बल।
    • सांस लेते हुए, पेट को नीचे की ओर ले जाएं, पीठ को arch करें, और गर्दन को ऊपर उठाएं (जैसे बिल्ली खिंचती है)।
    • सांस छोड़ते हुए, पीठ को ऊपर की ओर गोल करें (कैरेट पोज), सिर नीचे करें और नाभि को देखें
    • इस प्रक्रिया को 5-7 बार धीरे-धीरे दोहराएं।

2. ताडासन (Tadasana) - सीधा तनें, ऊंचाई बढ़ाएं!

  • फायदे: ताडासन आसन शरीर की मुद्रा (Posture) को सुधारता है, रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है। यह ऊंचाई बढ़ाने में भी सहायक हो सकता है।
  • कैसे करें:
    • सीधे खड़े हो जाएं, पैर एक साथ या हिप्स की चौड़ाई पर थोड़े खुले रखें।
    • हाथ शरीर के बगल में रखें, हथेलियां बाहर की ओर।
    • सांस लेते हुए, दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और एड़ियों को ऊपर उठाकर पंजों पर आएं
    • पूरे शरीर को ऊपर की ओर तनें (Stretch)।
    • सांस छोड़ते हुए, धीरे-धीरे नीचे आएं।
    • इसे 5-10 बार दोहराएं।

3. त्रिकोणासन (Trikonasana) - त्रिकोण मुद्रा, शरीर का खिंचाव

  • फायदे: यह आसन रीढ़ की हड्डी को साइड से स्ट्रेच (Side stretch) करता है, पसलियों (Ribs) और कूल्हों (Hips) को खोलता है, और पीठ की मांसपेशियों (Back muscles) को मजबूत करता है।
  • कैसे करें:
    • पैरों को लगभग 3-4 फीट की दूरी पर फैलाकर खड़े हों।
    • दाहिने पैर को 90 डिग्री बाहर की ओर मोड़ें, और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर।
    • सांस लेते हुए, दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं
    • सांस छोड़ते हुए, कमर से दाहिनी ओर झुकें और दाहिने हाथ को पैर के नीचे जमीन की ओर ले जाएं, जबकि बायां हाथ सीधा ऊपर की ओर रहे।
    • गर्दन को ऊपर बाएं हाथ की ओर देखें।
    • कुछ देर रुकें और फिर दूसरी तरफ दोहराएं।

4. भुजंगासन (Bhujangasana) - कोबरा पोज़, रीढ़ की हड्डी को मिले नई जान!

  • फायदे: यह रीढ़ की हड्डी को पीछे की ओर मोड़ने (Backbend) वाला आसन है, जो इसे मजबूत बनाता है, लचीलापन बढ़ाता है और पीठ दर्द को कम करने में बहुत प्रभावी है।
  • कैसे करें:
    • पेट के बल लेट जाएं, पैर सीधे पीछे की ओर फैलाएं।
    • हथेलियों को कंधों के नीचे रखें, उंगलियां आगे की ओर।
    • सांस लेते हुए, हाथों पर जोर देते हुए ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएंकमर तक का हिस्सा
    • कूल्हे जमीन पर ही रहें
    • गर्दन को हल्का पीछे की ओर मोड़ें (जैसे कोबरा फन उठाता है)।
    • कुछ देर रुकें और सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे आएं।
    • इसे 2-3 बार दोहराएं।

जरूरी बात:
योग अभ्यास हमेशा अनुभवी योग प्रशिक्षक (Experienced yoga instructor) के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए, खासकर यदि आपको पीठ दर्द या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या (Health issue) हो। सही तरीके से किया गया योगाभ्यास आपकी रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में अमूल्य साबित हो सकता है।

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