Kanakdhara Stotram : पैसों की तंगी से हैं परेशान? इस एक चमत्कारी पाठ से बरस सकती है माँ लक्ष्मी की कृपा
News India Live, Digital Desk: Kanakdhara Stotram : क्या आप हर कोशिश करके थक चुके हैं? क्या मेहनत के बाद भी घर में पैसों की बरकत नहीं हो रही है? अगर आपका जवाब 'हाँ' है, तो शायद आपको दैवीय कृपा की ज़रूरत है. हिन्दू धर्म में धन और समृद्धि की देवी माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्रों और स्तोत्रों का उल्लेख मिलता है, लेकिन उन सब में 'कनकधारा स्तोत्र' का स्थान सबसे ऊँचा माना गया है.
मान्यता है कि इस स्तोत्र का पाठ करने से या इसे सुनने मात्र से व्यक्ति के जीवन से ग़रीबी और दुर्भाग्य दूर हो जाते हैं और उस पर माँ लक्ष्मी की असीम कृपा बरसने लगती है.
कैसे हुई इस चमत्कारी स्तोत्र की रचना?
'कनकधारा' का अर्थ है 'सोने की धारा' या 'सोने की बारिश'. इस स्तोत्र की रचना से एक बहुत ही सुंदर और प्रेरणादायक कहानी जुड़ी हुई है. कहा जाता है कि एक बार महान दार्शनिक और संत आदि शंकराचार्य भिक्षा माँगने के लिए एक गाँव में गए. वे एक झोपड़ी के सामने रुके, जिसमें एक बहुत ही ग़रीब और बूढ़ी महिला रहती थी. उसके घर में खाने के लिए कुछ भी नहीं था, सिवाय एक सूखे आँवले के.
उस महिला ने संकोच के साथ वही सूखा आँवला आदि शंकराचार्य को भिक्षा में दे दिया. उस ग़रीब महिला की ऐसी उदारता और निःस्वार्थ भाव देखकर शंकराचार्य का हृदय भर आया. उन्होंने उसी समय माँ लक्ष्मी का ध्यान किया और उनकी स्तुति में 21 श्लोकों की रचना कर डाली.
कहा जाता है कि शंकराचार्य की प्रार्थना से माँ लक्ष्मी इतनी प्रसन्न हुईं कि उन्होंने उस ग़रीब महिला की झोपड़ी पर सोने के आँवलों की बारिश कर दी. तभी से यह स्तोत्र 'कनकधारा स्तोत्र' के नाम से प्रसिद्ध हो गया.
कैसे करें इसका पाठ?
कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने के लिए कुछ साधारण नियमों का पालन करना चाहिए:
- शुक्रवार का दिन माँ लक्ष्मी को समर्पित होता है, इसलिए इस दिन इसका पाठ करना सबसे उत्तम माना जाता है.
- स्नान करके, साफ़ वस्त्र पहनकर माँ लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति के सामने बैठें.
- उन्हें कमल का फूल, सफ़ेद मिठाई और इत्र अर्पित करें.
- इसके बाद पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें.
- अगर आप संस्कृत में पाठ नहीं कर सकते, तो इसका हिंदी अनुवाद भी पढ़ सकते हैं या फिर इसे सुन सकते हैं.
माना जाता है कि सच्चे मन से किया गया यह पाठ हर तरह की आर्थिक समस्याओं को दूर करता है और घर में सुख-समृद्धि लाता है. अगर आप भी धन की देवी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इस चमत्कारी स्तोत्र को अपनी पूजा में ज़रूर शामिल करें.
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