Jodhpur: MD ड्रग्स की फैक्ट्री चला रहे सरकारी टीचर और लैब टेक्नीशियन गिरफ्तार, फ्लैट से मिली करोड़ों की खेप

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News India Live, Digital Desk: जोधपुर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है जहाँ मादक पदार्थों के निर्माण और तस्करी से जुड़े एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस गिरोह का संचालन एक सरकारी टीचर और एक लैब टेक्नीशियन मिलकर कर रहे थे। जयपुर और जोधपुर पुलिस की नारकोटिक्स टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस अवैध MD (मेफेड्रोन) ड्रग्स की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया और करोड़ों रुपये के नशे की खेप के साथ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

यह कार्रवाई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) से मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई। सूचना मिलने के बाद जयपुर और जोधपुर पुलिस की विशेष टीमों ने समन्वय स्थापित किया और ऑपरेशन को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार, गिरोह का मुख्य सरगना, जो एक सरकारी टीचर बताया जा रहा है, एक रिहायशी फ्लैट से MD ड्रग्स का उत्पादन कर रहा था। वहीं, एक लैब टेक्नीशियन इस पूरे अवैध कार्य में उसकी तकनीकी सहायता कर रहा था, जिसमें रसायनों के मिश्रण और ड्रग्स को अंतिम रूप देने का काम शामिल था।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से करोड़ों रुपये मूल्य की 750 ग्राम MD ड्रग्स बरामद हुई है। इसके साथ ही, ड्रग्स बनाने में उपयोग होने वाला बड़ी मात्रा में कच्चा माल, केमिकल और अन्य उपकरण भी जब्त किए गए हैं, जो फ्लैट को एक पूर्णकालिक ड्रग फैक्ट्री में बदलने की पुष्टि करते हैं। इस सफलता के साथ, पुलिस ने MD ड्रग्स की सप्लाई चेन को एक बड़ा झटका दिया है। MD ड्रग्स को आमतौर पर 'एमडी' या 'मीओ-मीओ' जैसे नामों से जाना जाता है और यह युवा पीढ़ी में तेजी से फैल रहा एक अत्यधिक नशीला पदार्थ है।

पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और इनके नेटवर्क के बारे में गहन जाँच कर रही है, ताकि इस पूरे अवैध धंधे को जड़ से खत्म किया जा सके। इस मामले से एक बार फिर शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे पवित्र प्रोफेशन से जुड़े लोगों की संलिप्तता नशे के कारोबार में सामने आई है, जो समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।

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