Janmashtami 2025: दिल्ली एनसीआर के इन 5 इस्कॉन मंदिरों में मनाएं कान्हा का जन्मोत्सव
- by Archana
- 2025-08-15 13:21:00
Newsindia live,Digital Desk: Janmashtami 2025: श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर भक्तगण मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यदि आप दिल्ली या उसके आसपास के क्षेत्र (एनसीआर) में रहते हैं और जन्माष्टमी के अवसर पर किसी भव्य मंदिर में दर्शन का अनुभव लेना चाहते हैं, तो इस्कॉन मंदिर आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। यहाँ हम आपको दिल्ली-एनसीआर के पाँच प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जहाँ जन्माष्टमी का उत्सव एक अविस्मरणीय अनुभव होता है।
1. श्री श्री राधा पार्थसारथी मंदिर, ईस्ट ऑफ कैलाश, नई दिल्ली
दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश में स्थित यह इस्कॉन मंदिर देश के सबसे बड़े और सबसे प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में से एक है। इसे 'ग्लोरी ऑफ इंडिया' के नाम से भी जाना जाता है। जन्माष्टमी के दिन यहाँ की रौनक देखते ही बनती है। मंदिर को फूलों और रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया जाता है। यहाँ होने वाली भव्य आरती, कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं।
2. श्री श्री राधा गोविंद देव मंदिर, नोएडा
नोएडा के सेक्टर-33 में स्थित यह इस्कॉन मंदिर अपनी सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। जन्माष्टमी के अवसर पर यहाँ विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है और भगवान कृष्ण का भव्य अभिषेक होता है। इस दिन यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, जो भक्तिमय संगीत और कीर्तन में डूबकर उत्सव मनाते हैं।
3. इस्कॉन मंदिर, गाजियाबाद
गाजियाबाद के राज नगर इलाके में स्थित यह मंदिर भी जन्माष्टमी के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। यहाँ भगवान कृष्ण और राधा रानी की मनमोहक मूर्तियाँ स्थापित हैं। जन्माष्टमी पर मंदिर में विशेष झाँकियाँ सजाई जाती हैं और मध्यरात्रि में श्री कृष्ण के जन्म का उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
4. श्री श्री राधा मदन मोहन मंदिर, गुरुग्राम
गुरुग्राम के सेक्टर-45 में स्थित यह इस्कॉन मंदिर शहर के प्रमुख आध्यात्मिक केंद्रों में से एक है। जन्माष्टमी के दिन यहाँ सुबह से ही भक्तों का तांता लगना शुरू हो जाता है। दिन भर चलने वाले भजन-कीर्तन और रात में होने वाले विशेष जन्मोत्सव कार्यक्रम यहाँ के मुख्य आकर्षण होते हैं।
5. श्री कृष्ण अर्जुन मंदिर, कुरुक्षेत्र
हालांकि यह मंदिर दिल्ली-एनसीआर की सीमा से थोड़ा बाहर है, लेकिन जन्माष्टमी के अनुभव के लिए कुरुक्षेत्र का इस्कॉन मंदिर एक विशेष महत्व रखता है। यह मंदिर उस पवित्र भूमि पर स्थित है जहाँ भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। जन्माष्टमी के दिन यहाँ का वातावरण अत्यंत दिव्य और ऊर्जावान होता है, जो भक्तों को एक अनूठा आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।
--Advertisement--
Tags:
Share:
--Advertisement--