सोने की कीमतों में भारी गिरावट, क्या यही है खरीदारी का सबसे सुनहरा मौका? जानें हफ्ते भर का पूरा हाल
भारतीय बाजारों में सोना खरीदने की योजना बना रहे लोगों के लिए एक बेहद शानदार और राहत भरी खबर है। पिछले कई हफ्तों से लगातार मजबूती दिखा रहा सोना अब धड़ाम से नीचे आ गया है। पिछले सिर्फ एक सप्ताह के कारोबारी सत्र में सोने की कीमतों में जोरदार गिरावट दर्ज की गई है, जिससे सराफा बाजारों में एक बार फिर से रौनक लौट आई है।
आंकड़ों के अनुसार, बीते एक हफ्ते में 24 कैरेट सोने का भाव लगभग 1200 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो गया है। यह गिरावट उन लोगों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है, जो आने वाले त्योहारी और शादी-ब्याह के सीजन के लिए सोने के आभूषण खरीदने का इंतजार कर रहे थे। तो चलिए, विस्तार से जानते हैं कि इस गिरावट के पीछे क्या बड़े कारण हैं और अब देश के प्रमुख शहरों में सोने का ताजा भाव क्या चल रहा है।
आखिर क्यों सस्ता हुआ 'पीला सोना'?
सोने की कीमतों में इस भारी गिरावट के पीछे मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय कारक जिम्मेदार हैं। सोने को एक 'सेफ हेवन' यानी 'सुरक्षित निवेश' माना जाता है, और जब भी वैश्विक बाजार में स्थिरता आती है , तो इसकी कीमतों पर दबाव बनता है।
हफ्ते भर में कितना बदला सोने का भाव? (साप्ताहिक अपडेट)
अगर हम इस कारोबारी हफ्ते (12 अगस्त से 17 अगस्त) के आंकड़ों को देखें, तो सोने की कीमतों में एकतरफा गिरावट का रुख रहा। सप्ताह की शुरुआत में जो 24 कैरेट सोना लगभग 73,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास कारोबार कर रहा था, वह सप्ताह के अंत तक गिरकर 71,800 रुपये के स्तर पर आ गया। इस तरह, निवेशकों और खरीदारों को सीधे तौर पर प्रति 10 ग्राम पर 1200 रुपये से अधिक का फायदा हुआ है । इसी तरह 22 कैरेट सोने की कीमतों में भी भारी नरमी देखी गई है।
देश के प्रमुख शहरों में आज का सोने का भाव
इस बड़ी गिरावट के बाद, देश के अलग-अलग शहरों में 10 ग्राम सोने के ताजा रेट कुछ इस प्रकार हैं:
(नोट: ये कीमतें अनुमानित हैं और इसमें जीएसटी और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं हैं। सटीक कीमत के लिए अपने स्थानीय जौहरी से संपर्क करें।)
क्या यह सोना खरीदने का सही समय है?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों में यह सुधार खरीदारों के लिए एक शानदार अवसर लेकर आया है।
कुल मिलाकर, सोने की कीमतों में आई यह गिरावट निश्चित रूप से खरीदारों के लिए एक बड़ी राहत है और आने वाले दिनों में सराफा बाजारों में ग्राहकों की भीड़ बढ़ने की पूरी उम्मीद है।
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