Irfan Pathan's sharp Question: गौतम गंभीर के विवाद के बाद औपनिवेशिक मानसिकता पर उठाया सवाल

Post

News India Live, Digital Desk: Irfan Pathan's sharp Question:  भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर का ओवल के पिच क्यूरेटर के साथ हालिया गरमागरम बहस ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इस घटना के बाद, पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने ‘दोहरे मापदंड’ का मुद्दा उठाते हुए पूछा है कि "क्या हम अभी भी औपनिवेशिक युग में जी रहे हैं?

यह विवाद तब शुरू हुआ जब भारतीय टीम पांचवें टेस्ट से पहले ओवल में अभ्यास कर रही थी। ओवल के मुख्य क्यूरेटर, ली फोर्टिस ने कथित तौर पर भारतीय सहयोगी स्टाफ को पिच से 2.5 मीटर दूर खड़े रहने के लिए कहा। भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक के अनुसार, क्यूरेटर का व्यवहार "अजीब" था, खासकर जब भारतीय खिलाड़ियों ने रबर स्पाइक पहने हुए थे और मैदान को नुकसान नहीं पहुंचा रहे थे।  यह भी बताया गया कि फोर्टिस ने आइस बॉक्स लेने पर सहयोगी स्टाफ पर चिल्लाया था, जिस पर गंभीर ने आपत्ति जताई।

अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, जब फोर्टिस और गंभीर के बीच तीखी बहस हो रही थी, तब गंभीर ने फोर्टिस को उंगली दिखाकर कहा, "तुम नहीं बताओगे कि हमें क्या करना है, तुम सिर्फ एक मैदानकर्मी हो और उससे ज्यादा कुछ नहीं। दूसरी ओर, फोर्टिस ने गंभीर को मैच रेफरी को शिकायत करने की धमकी भी दी।  इस घटना को लेकर विवाद तब और बढ़ गया जब यह सामने आया कि इंग्लैंड के हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम को पिच का निरीक्षण करने की पूरी छूट थी, जबकि भारतीय टीम के लिए ऐसी ही बात पर रोक लगाई गई। 

इरफ़ान पठान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए लिखा, "तो क्या एक अंग्रेज कोच पिच का मुआयना करने के लिए मैदान पर जा सकता है? लेकिन एक भारतीय कोच नहीं? क्या हम अब भी औपनिवेशिक युग में फंसे हुए हैं? उनके इस सवाल ने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के बीच आक्रोश और चर्चा को हवा दे दी है, जिसमें कई लोग ब्रिटिश क्यूरेटर के व्यवहार को भेदभावपूर्ण मान रहे हैं।  क्यूरेटर ली फोर्टिस, जिन्हें तुनक मिजाजी के लिए जाना जाता है, ने बाद में इस घटना को ज्यादा तूल न देने की बात कही। भारतीय टीम और क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद है कि ओवल टेस्ट में मैदान पर शानदार प्रदर्शन करके इस विवाद का जवाब दिया जाएगा।

--Advertisement--